अध्यात्मवास्तु

वास्तु शास्त्र के अनुसार कैसी होनी चाहिए आपके किचन की दिशा

Spread the love

वास्तु शास्त्र में आज हम बात करेंगे फ्लैट में किचन की दिशा के बारे में। वास्तु शास्त्र के सामान्य नियमों की तरह ही फ्लैट में भी दक्षिण-पूर्व या दक्षिण दिशा मे किचन होना सबसे अच्छा माना गया है। मजबूरी में पूर्व या पश्चिम दिशा की किचन कुछ उपायों के साथ ग्राह्य है, लेकिन दक्षिण-पश्चिम, उत्तर-पश्चिम, उत्तर और उत्तर-पूर्व दिशा की किचन किसी भी दशा में ग्राह्य नहीं है। दक्षिण-पश्चिम दिशा की किचन दाम्पत्य रिश्ते को नुकसान पहुंचाती है।

उत्तर-पश्चिम दिशा में बनी हुई रसोई कभी पूरी नहीं पड़ती। उत्तर दिशा में बनाए गए भोजन को ग्रहण करने से मन में बहुत तरह के भय बैठ जाते हैं। पुत्र पिता की अवज्ञा करता है, दोनों के रिश्ते खराब होने की नौबत आ जाती है। उत्तर-पूर्व दिशा में बनाई गई रसोई से अवसर नष्ट हो जाते हैं, बाधाएं आती है, घर में भावना और प्रेम का बहाव नष्ट हो जाता है। अगर आप पहले से फ्लैट ले चुके हैं और आपका किचन इन दिशाओं में है तो उसके लिए आपको अलग से विशेष उपाय करने चाहिए।

वास्‍तु के मुताबिक, किचन में लाल और पीले रंग का इस्तेमाल करना चाहिए। अगर आपका किचन साउथ या फिर साउथ-ईस्ट दिशा में है तो आपको काले या नीले रंग का स्‍लैब न लगवाएं। आप ग्रेनाइट की स्‍लैब या फिर मार्बल का स्‍लैब लगा सकते हैं।

Show More

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published.

Back to top button
Close