72 साल के पिता, मां को शुगर, जानें कैसे परिवार ने जीती कोरोना से जंग
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नई दिल्ली
पूरी दुनिया इस समय कोरोना वायरस की चपेट में है. इस जानलेवा वायरस ने अब तक 28 हजार से ज्यादा लोगों की जान ले ली है. भारत में भी इसकी वजह से अब तक 23 लोगों की मौत हो चुकी है. ऐसे में अब लोग सर्दी-खांसी होते ही डरने लगते हैं कि कहीं उन्हें कोरोना तो नहीं हो गया.
लोगों के मन में इस बात का भी डर बैठ गया है कि अगर उन्हें कोरोना हो गया तो उनकी मौत हो जाएगी जबकि ऐसा बिल्कुल नहीं है. इसलिए आज हम आपको कोरोना संक्रमण से पूरी तरह ठीक होकर आम जिंदगी जीने वाले दो ऐसे मरीजों की कहानी बता रहे हैं जिन्होंने कोरोना वायरस से जंग जीत ली और अब वो पूरी तरह ठीक हैं.
ऐसे ही एक शख्स हैं अमित कपूर जो विदेश से लौटने के बाद 1 मार्च को कोरोना पॉजीटिव पाए गए थे. उन्होंने बताया कि उनके परिवार में 11 लोग हैं और सबकी जांच हुई तो उसमें से 6 लोग कोरोना से पीड़ित निकले.
अमित कपूर ने कहा, 'मैं जब भी उस बारे में बात करता हूं मेरे रोंगटे खड़े हो जाते हैं. बहुत मुश्किल समय था, जब हमें पता लगा कि हम 6 लोग पॉजीटिव हैं. उन्होंने बताया कि 72 साल के मेरे पिता और मेरी वृद्ध मां भी इस वायरस की शिकार हो गईं थी. हमें इसके बारे में कुछ भी पता नहीं था कि इस वायरस से क्या होगा और कैसे इसका इलाज होगा. लेकिन आइसोलेशन में रहकर और डॉक्टरों पर भरोसा कर मेरे पूरे परिवार ने इस पर विजय पा लिया.
उन्होंने कहा कि अब मेरे परिवार के सभी लोग पूरी तरह ठीक हो चुके हैं और घर आ चुके हैं. सफदरजंग अस्पताल में उन्हें रखा गया था जहां डॉक्टर और नर्स दिन-रात उनकी सेवा में लगे रहे और वो इससे उबर गए.'
अमित कपूर ने अपने अनुभव के आधार पर बताया कि, 'हमें देश के नागरिक होने के नाते अपनी संवेदनशीलता का ध्यान रखना चाहिए. जो गाइडलाइन सरकार ने तय किया है उसका हमें पालन करना चाहिए. लॉकडाउन में रहना जरूरी है, जो लोग बाहर निकलते हैं उनकी वजह से इस लॉकडाउन का मकसद पूरा नहीं हो रहा है.'
वहीं कोरोना वायरस से ठीक होने वाले एक अन्य मरीज रोहित दत्ता हैं और वो भी दिल्ली में ही रहते हैं. रोहित ने बताया कि मुझे कोरोना की पॉजीटिव रिपोर्ट 2 मार्च को मिली थी, मैं 14 दिन अस्पताल में रहा और 14 दिन क्वारंटाइन में रहा हूं.मैं अभी भी दो-तीन मीटर का गैप बनाकर ही रखता हूं. मैं हमेशा सोचता था कि मुझे ही क्यों हुआ, मैं तो यहीं सोचता था कि मुझे किससे हुआ.
उन्होंने कहा कि जब वो इटली से देश लौटे तो वो संक्रमित हो गए.उन्होंने सरकार की तैयारियों की तारीफ करते हुए कहा, हमारे देश ने इसकी तैयारी अच्छी की इसी वजह से हम लेवल 3 में जाने से बचे हुए हैं. यह भगवान का आशीर्वाद है.