छत्तीसगढ़

मानव अधिकारों की रक्षा में प्रशासनिक अधिकारियों की भूमिका अत्याधिक महत्वपूर्ण

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रायपुर
छत्तीसगढ़ मानव अधिकार आयोग, रायपुर द्वारा भारतीय प्रशासनिक सेवा वर्ष 2019 के अधिकारियों को छत्तीसगढ़ प्रशासन अकादमी के जिला प्रशिक्षण कार्यक्रम के अंतर्गत छत्तीसगढ़ मानव अधिकार आयोग की कार्यप्रणाली एवं मानव अधिकारों के हनन, रक्षा और महत्व के संबंध में वर्चुअल मोड पर जानकारी प्रदान की गई।

छत्तीसगढ़ मानव अधिकार आयोग के कार्यवाहक अध्यक्ष श्री गिरिधारी नायक ने आॅनलाइन सत्र व्याख्यान को संबोधित करते हुए कहा कि मानव अधिकारों की रक्षा में प्रशासनिक अधिकारियों की भूमिका अत्याधिक महत्वपूर्ण है। मानव अधिकार संरक्षण अधिनियम, 1993 के अंतर्गत राष्ट्रीय स्तर पर राष्ट्रीय मानव अधिकार आयोग तथा राज्य में छत्तीसगढ़ मानव अधिकार आयोग 16 अप्रेल 2001 से मानव अधिकारों के संरक्षण एवं प्रसार के लिए कार्यरत है। उन्होंने बताया कि आयोग में सदस्य के तौर पर वर्तमान में पूर्व जिला एवं सत्र न्यायधीश श्री नीलम चंद सांखला पदस्थ हैं, एवं विभिन्न पदों पर अधिकारी व कर्मी भी कार्यरत हैं। छत्तीसगढ़ मानव अधिकार आयोग, मानव अधिकारों की रक्षा के लिए प्रतिबद्द है, एवं मूल अधिकारों के संरक्षण पर निरंतर कार्यरत है, भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारियों से यह अपेक्षा है कि वे बच्चों व महिलाओं के अधिकारों के संरक्षण के प्रति सजग रहें, प्रत्येक व्यक्ति व समाज के प्रति अधिकारियों की भूमिका अहम होती है, गुमशुदा बच्चे, महिला एवं पुरुष के विषय पर गम्भीरता से संज्ञान लेना आवश्यक है, इसी प्रकार अभिरक्षा में मृत्यु (कस्टोडियल डेथ) के प्रकरणों में राष्ट्रीय मानव अधिकार आयोग द्वारा जारी मार्गदर्शिका का पालन सुनिश्चित किया जाना आवश्यक है। श्री नायक ने बताया कि राज्य मानव अधिकार आयोग नागरिकों के मूल अधिकारों के संरक्षण अंतर्गत स्वास्थ्य, पेंशन, महिलाओं-बच्चों से सम्बंधित प्रकरणों के अलावा सामाजिक बहिष्कार से सम्बंधित प्रकरणों पर भी संज्ञान लेता है, प्रशासनिक अधिकारियों को सामाजिक बहिष्कार की कुरीति पर सजगता से कार्य व संज्ञान आवश्यक है। जेल सुधार, पुलिस व्यवस्था एवं नक्सलवादी घटनाओं पर मानव अधिकारों के संरक्षण अंतर्गत आयोग के समक्ष प्रस्तुत होने वाले प्रकरणों पर विधिवत कार्यवाही की जाती है। कोविड-19 की महामारी से समाज का हर तबका प्रभावित है, प्रशासनिक अधिकारी के कार्य पर रहते हुए असहाय वर्ग की मदद हो सके, यह प्रयास होना चाहिए।

इस वर्चुअल व्याख्यान में भारतीय प्रशासनिक सेवा वर्ष 2019 से श्री जितेन्द्र यादव, सहायक कलेक्टर जिला दुर्ग, श्री ललितादित्य नीलम, सहायक कलेक्टर जिला बिलासपुर, सुश्री नम्रता जैन, सहायक कलेक्टर जिला रायपुर,सुश्री रेना जमील सहायक कलेक्टर बस्तर, श्री विश्वदीप सहायक कलेक्टर सरगुजा ने भाग लिया। व्याख्यान में छत्तीसगढ़ प्रशासन अकादमी की ओर से संकाय सदस्य श्रीमती सीमा सिंह उपस्थित रहीं।

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