बैंकिंग लोकपाल को कार्ड, नेट बैंकिंग के संबंध में सबसे ज्यादा शिकायतें मिलती हैं : रिजर्व बैंक
मुंबई
एटीएम/डेबिट कार्ड, मोबाइल बैंकिंग, ई-बैंकिंग, क्रेडिट कार्ड, प्रतिबद्धताओं को पूरा नहीं करना और उचित व्यवहार संहिता का अनुपालन नहीं करना, ये कुछ प्रमुख मुद्दे हैं जिनको लेकर बैंकिंग लोकपाल (ओम्बुड्समन) के पास शिकायतें आती हैं। रिजर्व बैंक की बुधवार को जारी एक रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई।
इस रिपोर्ट को बैंकिंग लोकपाल कार्यालय को जुलाई, 2020 से मार्च, 2021 के दौरान मिली शिकायतों के आधार पर तैयार किया गया है। रिजर्व बैंक ने 2020-21 के लिए लोकपाल योजनाओं पर वार्षिक रिपोर्ट जारी की है। इसे एक जुलाई, 2020 से 31 मार्च, 2021 की अवधि के लिए तैयार किया गया है। एक जुलाई, 2020 से रिजर्व बैंक का वित्त वर्ष जुलाई-जून से बदलकर अप्रैल-मार्च हो गया है। इसमें बैंकिंग लोकपाल योजना, 2006 (बीओएस), गैर-बैकिंग वित्तीय कंपनियों (एनबीएफसी) के लिए लोकपाल योजना, 2018 (ओएसएनबीएफसी) और डिजिटल लेनदेन के लिए लोकपाल योजना, 2019 (ओएसडीटी) को शामिल किया गया है।
रिपोर्ट में कहा गया है कि तीनों लोकपाल योजनाओं के तहत समीक्षाधीन अवधि में शिकायतें 22.27 प्रतिशत बढ़कर 3,03,107 पर पहुंच गईं। कुल शिकायतों में सबसे अधिक 90.13 प्रतिशत या 2,73,204 बीओएस को मिलीं। ओएसएनबीएफसी श्रेणी में 8.89 प्रतिशत तथा ओएसडीटी श्रेणी में 0.98 प्रतिशत शिकायतें मिलीं।