छत्तीसगढ़

प्रदेश में कोरोना काबू में, लेकिन दिवाली तक सोशल डिस्टेंसिंग

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रायपुर
कोरोना संक्रमण का खतरा सभी जगह तेजी से फैला है। हालांकि इन सबके बीच छत्तीसगढ़ में हालात काबू में हैं और लॉकडाउन जारी है। सरकार अब और सख्त रुख अपना रही है। लॉकडाउन का उल्लंघन करना सरकारी कार्य में बाधा माना जाएगा। ऐसे में दोषी को दो साल तक की सजा हो सकती है। अफवाह फैलाने और सरकारी ड्यूटी से बिना ठोस कारण गायब रहने पर एक-एक साल की जेल हो सकती है। सरकार ने स्पष्ट किया है कि लॉकडाउन खत्म होने के बाद भी दिवाली तक सोशल डिस्टेंसिंग जारी रहेगी।

राज्य सरकार ने लॉकडाउन के दौरान बंद की गईं शराब दुकानों को फिर से शुरू करने का निर्णय लिया है। इसके लिए 4 वरिष्ठ अधिकारियों की एक समिति बनाई है, जो शराब दुकानों में सोशल डिस्टेंसिंग लागू कराएगी। शासन का तर्क है कि शराब के विकल्प के रूप में स्प्रिट पीने से दो लोगों की मौत से यह बात सामने आई है कि लोग शराब नहीं मिलने के कारण आत्मघाती कदम उठा रहे हैं। कुछ स्थानों पर शराब नहीं मिलने के कारण आत्महत्या की कोशिशें भी हुई हैं, इसे देखते हुए निर्णय लिया गया है।

दंतेवाड़ा के बचेली स्थित वहाबी मस्जिद में तब्लीगी जमात के 12 लोगों के छिपकर रहने की सूचना पर प्रशासन की टीम पहुंची। सभी को एनएमडीसी अपोलो अस्पताल में आइसोलेशन में रखा गया है। इन सभी के सैंपल जांच के लिए भेजे जाएंगे। मस्जिद संचालक को भी नोटिस जारी कर जवाब मांगा है। लॉकडाउन के बाद से इस बात को 8 दिनों तक छिपाए रखने के लिए कार्रवाई की तैयारी की जा रही है। वहीं सुकमा में दिल्ली मरकज से लौटे चार लोग क्वरैंटाइन किए गए हैं। ये तब्लीगी जमात में 4-7 मार्च में शामिल होकर 21 मार्च को सुकमा लौटे थे। एक व्यक्ति की पत्नी, दो बेटों और एक बेटी को होम आइसोलेशन में रखा गया है।

शहर में तब्लीगी जमात की 8 मस्जिदें हैं। इनमें से दो मस्जिदों में अभी भी बाहर से आए जमात के लोग रुके हुए हैं। इनमें 9-9 लोग हैं। यह सभी अमरावती में दिसंबर में हुए इस्तिमा के बाद अलग-अलग शहरों से होकर बिलासपुर पहुंचे। हालांकि इनमें से कोई भी दिल्ली मरकज नहीं गया। एक जामा मस्जिद को क्वारैंटाइन किया गया है। इसके अलावा दिल्ली स्थित मरकज से बिलासपुर शहर में आने वालों की कोई जानकारी तब्लीगी जमात के व्यवस्थापकों के पास नहीं है।

बिलासपुर के देवनगर में मकान को आइसोलेट किया गया था, लेकिन वहां लगे पोस्टर को फाड़कर युवती बाहर घूमते मिली। इसके बाद उसके खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई। युवती कोरोना पॉजिटिव व्यक्ति के बगल की सीट पर बैठकर कोलकाता से प्लेन से आई थी। इसके बाद युवती और उसके परिवार के सदस्यों को स्वास्थ्य विभाग ने घर पर ही आइसोलेट किया। स्वास्थ्य विभाग की टीम ने उसके घर पर फिर पोस्टर चस्पा किया है।

जिले की दो नगर पंचायतों अंतागढ़ और पखांजूर के सीएमओ मुख्यालय से बाहर चले गए थे। शिकायत के बाद कलेक्टर ने फोन लगाकर पूछा तो सीएमओ ने गाड़ी खराब होने की बात बताई। कलेक्टर ने जब पूरे मामले की जांच कराई तो सीएमओ की कहानी झूठी निकली। इसके बाद दोनों को निलंबित कर दिया गया। इनमें पखांजूर सीएमओ प्रह्लाद कुमार पांडेय और अंतागढ़ सीएमओ रमेश दुबे शामिल हैं। वहीं, नगरीय प्रशासन एवं विकास मंत्री शिव डहरिया ने कहा कि दोनों के खिलाफ एफआईआर होगी।

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