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देश के लिए बुरा सपना साबित हो रहा है तब्लीगी जमात का सम्मेलन

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नई दिल्ली

दिल्ली के निजामुद्दीन में तब्लीगी जमात के सम्मेलन के बाद देश भर में फैल रहे कोरोना वायरस के संक्रमण ने सरकार की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। सरकारी अथॉरिटीज को अब इस मरकज में शामिल हुए लोगों की गतिविधियों को ट्रैक करने में चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है। इस मरकज में आने के बाद हजारों की संख्या में लोग अपने-अपने घर लौट चुके हैं और इनमें से ज्यादातर कोविड- 19 का कलस्टर बनकर लौटे हैं जो अपने संपर्क में आ चुके लोगों को संक्रमित करने का काम कर रहे हैं।

फरवरी के अंत और मार्च की शुरुआत में यहां आयोजित हुए मरकज में देश के कौने-कौने से लोग आए और इनमें से ज्यादातर लौटे लोग कोरोना वायरस का कैरियर बनकर लौटे हैं। सरकार की योजना है कि जल्दी से जल्दी उन लोगों को घूमने से रोक दिया जाए जिन्होंने यहां शिरकत की और जो इन लोगों के संपर्क में अब तक आ चुके हैं। इनके संपर्क में आए लोग इस वायरस को फैलाने वाले अगले कैरियर बन गए हैं। सरकार को कोरोना की इस चेन को तोड़ने के लिए काफी मशक्त करनी पड़ रही है। क्योंकि यहां आए लोग उत्तर से दक्षिण और पूर्व से पश्चिम सभी ओर फैल गए हैं।

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दक्षिण भारत के तीन राज्य तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश और कर्नाटक करीब 2500 लोगों को खंगालने की कोशिश कर रहे हैं, इनमें में ज्यादातर पॉजिटिव ही सामने आ रहे हैं।

इसकी जांच में जुटे अधिकारियों का मानना है कि इस मरकज में बहुत सारे धर्म गुरु मलेशिया, इंडोनेशिया और थाइलैंड से यहां निजामुद्दीन में हुए मरकज में आए थे। उनके द्वारा ही इस वायरस का संक्रमण भारतीय लोगों में हुआ। इस सम्मेलन में आए लोगों में अब करीब 8 लोगों की मौत हो चुकी है, इनमें से 6 तेलंगाना से हैं, जबकि एक-एक तमिलनाडु और दिल्ली से हैं।
 
कश्मीर में 855 लोगों (करीब 167 लोग यहां आए थे और बाकी इनके संपर्क में आए लोग) को ट्रैक किया जा रहा है। अभी तक उनमें से 9 ही मिल पाए हैं। सुदूर दक्षिणी राज्य तमिलनाडु में 1500 लोगों को खंगाल रहा है, इनमें से 300 का मंगलवार रात तक कुछ अता पता नहीं था।

कर्नाटक के गृह मंत्री बसवराज बोम्मई ने बताया, 'राज्य से करीब 300 लोग वहां (दिल्ली) गए थे। इससे 'खतरनाक स्थिति' पैदा हो गई है। अभी तक इनमें से 26 का ही पता चल पाया है। यह सभी बीदर से हैं। तुमुकुरु के धर्मगुरु, उन्होंने भी मरकज में शिरकत की थी, वह अब तक करीब 82 लोगों के संपर्क में आ चुके हैं।' थोड़ी सी राहत की बात यह है कि बीदर के 26 के 26 लोगों के कोविड- 19 टेस्ट निगेटिव आए हैं।

उत्तर प्रदेश में पुलिस 18 जिलों में इन लोगों को ट्रेस कर रही हैं। 157 की अपनी लिस्ट में वह अब तक 128 का पता लगा चुकी है। इनमें से 120 लोग दिल्ली में क्वॉरेंटाइन में जा चुके हैं। 8 अपने पैतृक गांव और शहरों में मिले। बाकी के 29 लोगों की खोज भी जारी है। पुलिस ने इसके अलावा 157 अन्य लोगों को भी ट्रेस किया है, जिनके नाम सूची में नहीं थे लेकिन उन्होंने भी जमात के इस कार्यक्रम में शिरकत की थी। दिल्ली पुलिस ने यूपी पुलिस के साथ यह सूची साझा की थी।

इसी तरह महाराष्ट्र से करीब 185 लोगों के यहां आने की खबर है। राज्य के अल्पसंख्यक विकास मंत्री नवाब मलिक ने कहा कि उन्हें मीडिया से 109 लोगों के यहां शिरकत करने की खबर मिली है। उन्हें अधिकारियों से पूरी छानबीन करने के लिए कहा कि ताकि पता चल सके की सही में कितने लोग महाराष्ट्र से यहां पहुंचे थे।

इसी तरह माना जा रहा है कि गुजरात से भी यहां करीब 200 लोग पहुंचे थे। इसी तरह देश के अन्य राज्यों से भी लोगों ने यहां शिरकत की थी और अब सरकार की चुनौती समय पर सभी को ट्रेस कर स्थिति पर काबू पाने की होगी।
 

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