भोपालमध्य प्रदेश

21 जून से अब तक 20 मीट्रिक टन वैक्सीन कचरा निष्पादित

Spread the love

भोपाल

कोविड-19 टीकाकरण महाअभियान में मध्यप्रदेश देश में अग्रणी स्थान पर है। राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड द्वारा 21 जून 2021 से अब तक करीब 20 मीट्रिक टन बॉयोमेडिकल वेस्ट को एकत्रित कराकर 13 कॉमन बायोमेडिकल वेस्ट ट्रीटमेंट फेसिलिटि के माध्यम से सुरक्षित डिस्पोज़ल कराया जा चुका है। वैज्ञानिक तरीके से कराये गये डिस्पोज़ल से संभावित संक्रमण की स्थिति को पूर्ण नियंत्रित रखने में सहायता मिली है।

सदस्य सचिव राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ए.‍ मिश्रा ने बताया कि टीकाकरण से उपजे अपशिष्ट के निष्पादन के लिये 52 जिलों में एक हजार 165 फोकल पाइंट बनाये गये हैं। फोकल पाइंटस् पर वैक्सीनेशन के बाद बॉयोमेडिकल वेस्ट जैसे – सीरिंज, निडल, वॉयल्स, कॉटन के निष्पादन के लिये बोर्ड द्वारा श्रेणियाँ निर्धारित की गई हैं। पीले डस्टबिन में ब्लड कंटेनमेंट कॉटन, रेड में सीरिंज और वैक्सीन वायल्स (प्लास्टिक), सफेद में शार्प नीडल्स, नीले डस्टबिन या बैग में काँच की वायल्स और काले बैग या डस्टबिन में ठोस नगरीय अपशिष्ट इकट्ठा किया जा रहा है। वैक्सीनेशन का काम पूरा होने के बाद ये चार कलर के जैव चिकित्सा अपशिष्ट बैग या कंटेनर को फोकल पाइंट जहाँ-जहाँ से टीकाकरण का सामान लिया गया है, वहाँ जमा कराने के निर्देश हैं‍। इसके बाद अपशिष्ट का सुरक्षित डिस्पोजल करवाया जा रहा है ताकि किसी तरह के संक्रमण के फैलने की संभावना न हो।

अलग-अलग कंटेनर्स में संग्रहित कचरे को प्रदेश में स्थित 13 कॉमन बॉयोमेडिकल वेस्ट ट्रीटमेंट फेसिलिटि को सौंपा जाकर डिस्इंफेक्ट, श्रेडिंग, ऑटोक्लेबिंग और इंसीनरेट करना सुनिश्चित किया जा रहा है। बोर्ड द्वारा भोपाल में स्थापित कंट्रोल रूम से प्रदेश के सभी 52 जिलों में 16 क्षेत्रीय कार्यालयों के माध्यम से वेस्ट डिस्पोज़ल की निगरानी की जा रही है। बोर्ड के भोपाल स्थित पर्यावरण निगरानी केन्द्र में पीटीजे़ड कैमरा और ऑनलाइन मॉनिटरिंग उपकरण से भी सतत् निगरानी जारी है। मेडिकल वेस्ट का परिवहन करने वाले वाहन की भी जीपीएस से ट्रेकिंग हो रही है। प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के मुख्यालय भोपाल के 16 अधिकारी/कर्मचारी और 16 क्षेत्रीय कार्यालयों के 123 अधिकारी/कर्मचारी लगातार बॉयोमेडिकल वेस्ट की निगरानी/निरीक्षण और निष्पादन में जुटे हुए हैं।

7000 मीट्रिक टन से अधिक कचरे का निष्पादन

संचालक एवं प्रभारी बायोमेडिकल पी.के. त्रिवेदी ने बताया कि बोर्ड द्वारा प्रदेश में एक अप्रैल 2020 से 31 मार्च 2021 तक 2382 मीट्रिक टन कोविड वेस्ट और 4824 मीट्रिक टन बॉयोमेडिकल वेस्ट का एकत्रीकरण कर डिस्पोज़ल करवाया गया है। टीकाकरण महाअभियान देश-प्रदेश का अति-महत्वपूर्ण कार्यक्रम है, इसलिये जैव चिकित्सा अपशिष्ट प्रबंधन नियमों का सभी क्षेत्रीय अधिकारी और इंसीनरेटर को कड़ाई से पालन सुनिश्चित करने के निर्देश दिये गये हैं ताकि संक्रमण की स्थिति न बने।

Tags
Show More

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published.

Back to top button
Close