2024 से पहले अयोध्या को एक वर्ल्ड क्लास मॉडल टाउन के रूप में विकसित होगा

लखनऊ
अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण अगले साल तक पूरा होने वाला है। इसे देखते हुए उत्तर प्रदेश सरकार अयोध्या को एक बड़ी आध्यात्मिक नगरी के रूप में विकसित करने के लिए कई परियोजनाओं पर कार्य कर रही है। इनमें श्री राम जन्मभूमि तक जाने वाली सभी सड़कों का चौड़ीकरण, सभी जगहों पर सीसीटीवी कैमरे लगाना और मर्यादा पुरुषोत्तम श्री राम इंटरनेशनल एयरपोर्ट का कार्य शामिल है। सरकार की योजना 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले अयोध्या को एक वर्ल्ड क्लास मॉडल टाउन के रूप में विकसित करना है।
सूत्रों के अनुसार, शहर के विकास के लिए सरकार द्वारा तैयार किए गए विजन डॉक्युमेंट में 235 विकास परियोजनाएं प्रस्तावित की गई हैं। उसमें कम से कम 71 प्राथमिकता वाली परियोजनाएं हैं जिनकी निगरानी सीधे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ कर रहे हैं।
उत्तर प्रदेश में सत्ता में लौटने के एक महीने के अंदर ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 20 अप्रैल को पर्यटन और धार्मिक विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक की थी, जिसमें मुख्यमंत्री योगी की ओर से सहादतगंज नया घाट रोड से जन्मभूमि तक की सड़क के चौड़ीकरण के आदेश दिए गए थे। फिलहाल ये सड़क अभी सिंगल लेन है जिसे फोर लाने बनाने का कार्य किया जा रहा है। इसके साथ रामलला मंदिर से हनुमानगढ़ी तक की सकड़ (भक्ति मार्ग) को भी चौड़ा करने के आदेश दे दिए गए हैं।
पिछले साल केंद्रीय गृह मंत्री नितिन गडकरी ने उत्तर प्रदेश में 84 कोस की परिक्रमा मार्ग का ऐलान किया था जो अयोध्या समेत राज्य के 5 जिलों से होकर गुजरेगी। सूत्रों के मुताबिक अयोध्या जिले के अंदर पड़ने वाले परिक्रमा मार्ग का कार्य भी शुरू हो चुका है।
अयोध्या के विकास कार्यों को लेकर हुई एक अन्य बैठक में मुख्यमंत्री योगी ने अधिकारियों निर्देश दिया है कि अगले दो सालों में एक आयुर्वेदा कॉलेज और हॉस्पिटल बनने चाहिए।
भरी गई बुनियाद, राफ्ट का काम पूरा, जमीन के 50 मीटर नीचे बनाई जा रही रीटेनिंग वॉल, जानें राम मंदिर निर्माण का कितना काम हुआ पूरा
राम मंदिर निर्माण साइट के पास दो बड़ी पार्किंग बनाने का प्रस्ताव रखा गया है। इसके साथ घाटों का सौन्दर्यीकरण और 8 जल कुडों के पुनरुद्धार भी किया जाना है।
राम मंदिर पूरा होने के बाद बड़ी संख्या में यात्रियों और वीवीआईवी का आवागमन होगा। इसे देखते हुए प्रदेश सरकार ने शहर भर में सीसीटीवी कैमरे लगाने का फैसला किया। सरकार ने अयोध्या में प्रांतीय सशस्त्र कांस्टेबुलरी (पीएसी) की एक बटालियन और राज्य पुलिस के विशिष्ट विशेष कार्य बल (एसटीएफ) की एक इकाई स्थापित करने का भी निर्णय लिया है।
सरकार का अयोध्या को ‘क्लाइमेट स्मार्ट सिटी’ (Climate Smart City) बनाना है, जिसके लिए सरकार ने ‘अयोध्या विजन 2047’ को तैयार किया है। सरकार इस योजना के तहत अयोध्या को एक प्रदूषण मुक्त, साफ और पानी का संरक्षण करने वाला शहर बनाना चाहती है।