2022 की तैयारी में तीरथ सरकार, रावत ने मंत्रियों को सौंपी जिलों की जिम्मेदारी
देहरादून
उत्तराखंड में अगली साल विधानसभा चुनाव होने होने इससे पहले नव नियुक्त मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने राज्य को सभी जिलों पर विशेष ध्यान देना शुरू कर दिया है। तीरथ सिंह रावत की नई सरकार रोज नए-नए फैसले ले रही है। अब सीएम तीरथ सिंह रावत ने होली से ठीक पहले अपने मंत्रियों को एक और अहम जिम्मेदारी दे दी है। विकास कार्यों की देखभाल के लिए सीएम तीरथ सिंह ने सभी 13 जिलों के प्रभारी मंत्री बना दिए हैं। सरकार के 11 मंत्रियों को ये जिम्मेदारी सौंपी गई है। ये सभी मंत्री जिलों में चल रही राज्य और केंद्र सरकार की योजनाओं के बारे में अधिकारियों और जनता के बीच कोऑर्डिनेशन का काम करेंगे।
विकास की रूपरेखा तय करने वाली जिला नियोजन एवं अनुश्रवण समिति की बैठकें प्रभारी मंत्री लेते हैं। इसके बाद विकास योजनाएं तय होती हैं। शिक्षा मंत्री अरविंद पांडे और राज्य मंत्री डॉ. धन सिंह रावत पहले की तरह दो-दो जिलों के प्रभारी मंत्री होंगे। जबकि बाकी मंत्रियों को एक-एक जिला दिया गया है। सीएम की हरी झंडी के बाद शुक्रवार को अपर मुख्य सचिव मनीषा पंवार की ओर से मंत्रियों के जिला प्रभार की नई सूची जारी की गई। सिंचाई और पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज को ऊधम सिंह नगर, शहरी विकास मंत्री बंशीधर भगत को देहरादून, वन मंत्री हरक सिंह रावत को अल्मोड़ा, पेयजल मंत्री बिशन सिंह चुफाल को पौड़ी, परिवहन मंत्री यशपाल आर्य को हरिद्वार, शिक्षा और खेल मंत्री अरविंद पांडे को पिथौरागढ़ और बागेश्वर, कृषि मंत्री सुबोध उनियाल को नैनीताल, सैनिक कल्याण मंत्री गणेश जोशी को उत्तरकाशी, राज्यमंत्री धन सिंह रावत को चमोली और रुद्रप्रयाग, महिला विकास मंत्री रेखा आर्या को चंपावत और गन्ना मंत्री स्वामी यतीश्वरानंद टिहरी जिले के प्रभारी बनाए गए हैं त्रिवेंद्र सरकार में दो-दो जिलों का प्रभार देखने वाले कैबिनेट मंत्री यशपाल आर्य और सुबोध उनियाल को एक-एक जिले तक सीमित कर दिया गया है। राज्यमंत्री रेखा आर्य से बागेश्वर हटाकर उन्हें चंपावत दिया गया। शिक्षा मंत्री अरविंद पांडे से चंपावत लेकर उन्हें पिथौरागढ़ जिले के साथ ही बागेश्वर की भी जिम्मेदारी दे दी गई है। राज्यमंत्री डॉ. धन सिंह रावत के जिलों के साथ कोई छेड़छाड़ नहीं की गई है।