अटल बिहारी वाजपेयी हिन्दी विश्वविद्यालय में सामुदायिक कल्याण केन्द्र का लोकार्पण
भोपाल
अटल बिहारी वाजपेयी हिन्दी विश्वविद्यालय में मंगलवार को सामुदायिक कल्याण केन्द्र का उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. मोहन यादव ने वर्चुअल लोकार्पण किया। मंत्री डॉ. यादव ने विश्वविद्यालय में सामुदायिक केन्द्र खोले जाने की शुभकामनाएँ दीं और कहा कि जिस प्रकार अन्य विश्वविद्यालय का नाम देश में हो रहा है, उसी प्रकार अटल बिहारी वाजपेयी के नाम से बना यह विश्वविद्यालय हिन्दी के क्षेत्र में देश में अग्रणी है। सामुदायिक कल्याण केन्द्र से पंचकर्म जैसी विधाओं से लोग परिचित होंगे और विद्यार्थियों को इस विधा को सीखने का मौका मिलेगा।
पूर्व मंत्री उमाशंकर गुप्ता ने कहा कि हिन्दी को विश्व-स्तर का दर्जा दिलवाना है, क्योंकि कोई भी देश अपनी मातृभाषा में ही प्रगति करता है और हमारे देश का भविष्य हिन्दी में ही छिपा है। मातृभाषा दिल और दिमाग में छाई रहती है। उन्होंने कहा कि प्राथमिक उपचार की जानकारी भी विश्वविद्यालय के माध्यम से अब विश्वविद्यालय के आसपास के क्षेत्रों में मिल सकेगी।
कुलपति प्रोफेसर रामदेव भारद्वाज ने बताया कि विश्वविद्यालय में सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र खुलने से लोगों को प्राथमिक चिकित्सा, स्वास्थ्य संबंधी जानकारी जैसे ब्लड प्रेशर की जाँच, खानपान संबंधी और मौसम परिवर्तन के समय होने वाली बीमारियों की जानकारी प्राप्त कर स्वास्थ्य लाभ ले सकेंगे। सूखी सेवनिया क्षेत्र में रहने वाले आसपास के रहवासियों को स्वास्थ्य केन्द्र का लाभ मिल सकेगा।
इस मौके पर जनपद पंचायत अध्यक्ष श्रीमती आरती यादव मौजूद थीं। विश्वविद्यालय के निदेशक/विभागाध्यक्ष डॉ अरुण कुमार खोबरे को उनके रामचरितमानस के लेखन पर उमाशंकर गुप्ता द्वारा सम्मानित किया गया। अंत में कुलसचिव यशवंत सिंह पटेल ने आभार माना। इस अवसर पर स्वास्थ्य केन्द्र के प्रभारी डॉ. सुरेश तिवारी सहित विश्वविद्यालय के शिक्षक, अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित थे।