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सरकार को टीके की लागत कीमत 200 रुपए से कुछ अधिक मूल्य देना होगा: पूनावाला

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नई दिल्ली 
ऑक्सफोर्ड और एस्ट्राजेनेका के कोरोना टीके कोविशील्ड का उत्पादन करने वाली कंपनी सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया के सीईओ अदार पुनावाला ने इसे ऐतिहासिक क्षण बताते हुए कहा है कि उनकी चुनौती 2021 में देश में सभी को यह टीका उपलब्ध करवाना है। देशभर में कोरोना वैक्सीन की सप्लाई शुरू हो चुकी है और 16 जनवरी से टीकाकरण शुरू होने जा रहा है। उन्होंने सरकार से ली गई कीमत के साथ ही यह भी बताया है कि बाजार में लोग किस दर पर टीका खरीद पाएंगे। अदार पुनावाला ने कहा, ''यह ऐतिहासिक कदम है कि वैक्सीन हमारी फैक्ट्री से रवाना किया जा रहा है। हमारे लिए मुख्य चुनौती है इसे देश में सबको उपलब्ध कराना। यह 2021 के लिए हमारी चुनौती है। देखते हैं यह कैसे होता है। 

उन्होंने यह भी बताया कि कई देशों से पीएम मोदी को और सरकार को खत लिखा जा रहा है कि वे सीरम इंस्टीट्यूट से करोना वैक्सीन चाहते हैं। अदार पूनावाला ने कहा कि सरकार की अपील पर 10 करोड़ डोज 200 रुपए प्रति डोज की विशेष कीमत पर दी गई है ताकि आम लोगों, जरूरतमंद, गरीब, स्वास्थ्यकर्मियों की मदद की जा सके। उन्होंने कहा, ''पहले 10 करोड़ डोज के लिए हमने कोई मुनाफा नहीं लेने का फैसला किया है। हम देश और सरकार की मदद करना चाहते हैं।'' पूनावाला ने यह भी कहा कि इसके बाद सरकार को टीके की लागत कीमत 200 रुपए से कुछ अधिक मूल्य देना होगा। अदार पूनावाला ने बाजार मूल्य का खुलासा करते हुए कहा, ''हम इसे निजी बाजार में 1000 रुपए में बेचेंगे।'' 

उन्होंने कहा कि सरकार से मंजूरी मिलने के बाद इसे बाजार में, कॉर्पोरेट्स या केमिस्ट की दुकानों में बेचेंगे। फरवरी-मार्च तक 5-6 करोड़ डोज सरकार को देंगे। यदि सरकार की ओर से मंजूरी मिलती है तो हम बाजार में उतार सकते हैं। उसके लिए हमारे पास स्टॉक है। अदार पूनावाला ने कहा, ''कई देश भारत और प्रधानमंत्री कार्यालय को सीरम इंस्टीट्यूट से वैक्सीन सप्लाई के लिए लिख रहे हैं। हम सभी को खुश रखने की कोशिश कर रहे हैं। हमें अपने देश और आबादी का भी ध्यान ध्यान रखना है। हम अफ्रीक्रा, साउथ अफ्रीका में वैक्सीन सप्लाई की कोशिश कर रहे हैं। हम कुछ ना कुछ हर जगह दे रहे हैं। हम सभी को खुश रखने की कोशिश करेंगे।''

 सीरम इंस्टीट्यूट के सीईओ पूनावाला ने कहा, ''हम 7-8 करोड़ डोज हर महीने बनाते हैं। इस बात पर विचार किया जा रहा है कि कितने डोज भारत को और कितने दूसरे देशों को दिए जाएंगे। हेल्थ मिनिस्ट्री ने लॉजिस्टिक्स प्लान बनाए हैं। हमने ट्रक्स, वैन्स और कोल्ड स्टोरेज के लिए प्राइवेट प्लेयर्स के साथ भी पार्टनरशिप की है।''

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