सरकार की वैक्सीन रणनीति नोटबंदी से कम नहीं: राहुल गांधी
नई दिल्ली
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने केंद्र सरकार की वैक्सीन रणनीति पर तंज कसते हुए सवाल उठाए। राहुल ने वैक्सीन रणनीति की तुलना नोटबंदी से की। उन्होंने कहा कि, इस सरकार की वैक्सीन रणनीति नोटबंदी से कम नहीं है। ट्वीट कर राहुल ने तीन कारण गिनाए। उन्होंने कहा कि, इस तरह वैक्सीनेशन के चलते आम जन लाइनों में लगेंगे। दूसरे, लोग धन, स्वास्थ्य व जान का नुक़सान झेलेंगे।'
वैक्सीन रणनीति में तीसरी खामी गिनाते हुए राहुल ने लिखा कि, ''केंद्र सरकार की वैक्सीन रणनीति से अंत में सिर्फ़ कुछ उद्योगपतियों का ही फ़ायदा होगा।' मालूम हो कि, राहुल गांधी भी कोरोना की चपेट में आ चुके हैं। उन्हें लेकर हरियाणा के स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने टिप्पणी भी की है। विज का कहना है कि, जब कोरोना की शुरुआत हुई थी तो राहुल गांधी ने कई तरह के बयान दिए थे। मगर अब वे खुद वायरस से संक्रमित हैं। ऐसे में यदि उन्हें दिल्ली में जगह मिलने में कोई भी दिक्कत आए तो वे हरियाणा आ सकते हैं। हम उन्हें बेहतर इलाज मुहैया करवाएंगे।'
बीते रोज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वैक्सीन रणनीति का जिक्र किया। मोदी ने कहा कि सरकारी अस्पतालों में टीकाकरण मुफ्त में ही किया जाएगा, जैसा अभी हो रहा है। हालांकि, फिलहाल यह स्पष्ट नहीं कि 18 से 45 वर्ष की आयु वाले नागरिकों को भी सरकारी अस्पतालों में मुफ्त वैक्सीन दी जाएगी या नहीं। इसके अलावा प्रधानमंत्री ने मध्यम, छोटे दुकानदारों और कारोबारियों को होने वाली दिक्कतों पर ध्यान देते हुए मुख्यमंत्रियों से कहा कि "लॉकडाउन आखिरी उपाय है। उसे सख्ती से न लगाएं। राज्य इसके बजाए दूसरे तरीके अपनाएं।"