वॉलमार्ट के सीईओ मैकमिलन के बयान का कैट ने किया स्वागत
रायपुर
कन्फेडरेशन आॅफ आॅल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) ने वॉलमार्ट के अध्यक्ष और सीईओ डग मैकमिलन के हाल ही में दिया गए उस बयान का स्वागत किया हैं जिसमें उन्होंने कहा है की उनकी कंपनी को भारतीय नियमों का पालन करने की आवश्यकता है। मैकमिलन का यह बयान कैट के रुख की पूरी तरह से पुष्टि करते हैं कि कहीं न कहीं फ्लिपकार्ट के व्यवसाय के भीतर भारत के नियमों का उल्लंघन और नियमों का पूरी तरह उल्लंघन हो रहा है। फ्लिपकार्ट भारत के ई-कॉमर्स व्यवसाय से संबंधित विभिन्न अधिनियमों और नियमों के तहत निर्धारित कानून का पालन नहीं कर रहा है। कैट के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष अमर पारवानी एवं प्रदेश अध्यक्ष जितेन्द्र दोशी ने कहा की कैट मैकमिलन के स्पष्ट बयान के लिए उनकी सराहना करती हैं और हम उम्मीद करते हैं कि उनके बयान के अनुसरण में, मैकमिलन भारत में फ्लिपकार्ट के प्रबंधन को सलाह देंगे कि वह भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग और प्रवर्तन निदेशालय द्वारा वर्तमान में फ्लिपकार्ट के खिलाफ चल रही जांच में तेजी लाने का आग्रह करे और जांच को हर संभव सहयोग दे तभी यह साबित होगा कि मैकमिलन की कथनी और करनी में कोई अंतर नहीं है।
श्री मैकमिलन के बयान से उत्साहित होकर, पारवानी और दोशी ने कहा कि सीसीआई और ईडी द्वारा जांच के अलावा कैट वर्तमान व्यावसायिक गतिविधियों में फ्लिपकार्ट के खिलाफ अपनी शिकायते जिसने भारत के खुदरा विक्रेताओं के व्यवसाय को अत्यधिक नुकसान पहुंचाया है को मैकमिलन को भेजना चाहते हैं और उम्मीद करते हैं की मैकमिलन और फ्लिपकार्ट प्रबंधन के साथ आमने-सामने इन सभी मुद्दों पर सीढ़ी बातचीत हो। कैट का यह कदम मैकमिलन के उस कथन के अनुरूप है जिसमें उन्होंने कहा है कि भारत एक ऐसा विविध बाजार है। हमें स्थानीय रूप के विषय में सोचना है और स्थानीय स्तर पर क्रियान्वित करना है। इसके अपने नियम हैं और हमें उन नियमों का पालन करना है।
श्री पारवानी और दोशी ने कहा कि भारत निश्चित रूप से विविधता भरा देश है और डिजिटल इंडिया के लिए प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी के आह्वान को कैट आगे बढ़ाने के लिए प्रतिबध्द है जिसमें निश्चित रूप से नियमों को बदलने की जरूरत है क्योंकि ई-कॉमर्स अपेक्षाकृत एक नई व्यावसायिक धारा है। यदि विदेशी वित्त पोषित ई-कॉमर्स कंपनियां और घरेलू ई-टेलर दोनों वस्तुओं और सेवाओं में नियमों और कानून के प्रावधानों के अनुसार अपनी व्यावसायिक गतिविधियों का संचालन करते हैं और इतना ही नहीं यदि व्यापारियों को भी अपनी भौतिक दुकानों के अलावा ई-कॉमर्स को अपनी अतिरिक्त व्यावसायिक धारा के रूप में प्राप्त करना चाहते हैं, उन्हें भी कानून का पालन करने की आवश्यकता है, देश के ई कॉमर्स व्यापार को तेजी से आगे बढ़ाने में सक्षम होगा। किसी भी फॉर्मेट के लिए कानून का उल्लंघन कोई बहाना नहीं हो सकता। उन्होंने कहा की यह सर्व विदित है की फ्लिपकार्ट ने नियमों एवं कानून का उल्लंघन करने में कोई कसर नहीं छोड़ी है और जो अब तक जारी है। देखते हैं क्या मैकमिलन का बयान फ्लिपकार्ट की नीतियों में कोई परिवर्तन लाएगा हालाँकि इसकी उमीद बहुत कम है।