लेह दौरे के दौरान PM नरेंद्र मोदी ने की थी सिंधु दर्शन पूजा
नई दिल्ली
वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर चीन के साथ जारी विवाद के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कल यानी शुक्रवार को लेह पहुंचे थे। पीएम नरेंद्र मोदी यहां अग्रिम पोस्ट पर जवानों से मुलाकात कर उनका हौसला बढ़ाया था। प्रधानमंत्री ने अपने इस यात्रा के दौरान सिंधु दर्शन पूजा भी की थी।
आपको बता दें कि पीएम मोदी अपने इस दौरे के दौरान थलसेना, वायुसेना और आईटीबीपी के जवानों से मिले थे। उन्हें अधिकारियों ने ताजा हालात और तैयारियों की जानकारी दी। पीएम के साथ सीडीएस बिपिन रावत और थल सेना अध्यक्ष मनोज मुकुंद नरवणे भी थे।
चीन की आक्रामक पीपल्स लिब्रेशन आर्मी (पीएलए) के खिलाफ सीमा पर भारत की तैयारियों का जायजा लेने के साथ ही पीएम मोदी ने भारत के जोशीले सैनिकों का हौसला आसमान से भी ऊंचा कर दिया है। माना जा रहा है कि पीएम ने ड्रैगन को सख्त संदेश दे दिया है कि भारत उसे उसी की भाषा में जवाब देने के लिए तैयार है।
पीएम मोदी के लद्दाख सेक्टर जाने का फैसला गुरुवार शाम को फाइनल किया गया। राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल ने इसके लिए सीडीएस बिपिन रावत से चर्चा की थी। पीएम मोदी, अजित डोभाल और तब सेना अध्यक्ष रहे बिपिन रावत ने एक साथ 2017 में डोकलाम तनातनी के दौरान भी चीन का आक्रामकता का सामना किया था और चीन को पीछे हटने पर मजबूर किया था।
पीएम मोदी के लेह पहुंचने से चिढ़ा चीन
एलएसी पर तनाव के बीच पीएम नरेंद्र मोदी के लेह दौरे से चीन चिढ़ गया है। भारत के तेवर देखकर अब चीन बातचीत और कूटनीति की दलीलें दे रहा है। शुक्रवार को चीन के विदेश मंत्रालय ने कहा कि भारत और चीन के बीच बातचीत चल रही है। तनाव घटाने के लिए सैन्य और कूटनीतिक स्तर पर बातचीत हो रही है। ऐसे में किसी पक्ष को हालात बिगाड़ने वाले कदम नहीं उठाने चाहिए।
चीन विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता झाओ लिजियान ने नियमित प्रेस कॉन्फ्रेंस में पीएम मोदी के दौरे को लेकर पूछे जाने पर कहा, ''सैन्य और कूटनीतिक स्तर पर बातचीत के जरिए भारत और चीन तापमान को घटाने की कोशिश कर रहे हैं। किसी पक्ष को ऐसा कदम नहीं उठाना चाहिए जिससे स्थिति बिगड़ेग।''