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राष्ट्रीय मौद्रीकरण योजना पर बरसे सचिन पायलट, बोले- इस संपत्ति को बनाने में 6 दशक लगे हैं

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नई दिल्ली
वरिष्ठ कांग्रेस नेता सचिन पायलट ने केंद्र सरकार के राष्ट्रीय मौद्रीकरण योजना पर सवाल खड़ा किया है। उन्होंने कहा कि जो पैसा भारत सरकार इसके जरिए इकट्ठा करेगी, क्या उससे हमारे वित्तीय कोष का 5.5 लाख करोड़ रुपए का घाटा पूरा हो पाएगा, या फिर इससे देश की अर्थव्यवस्था को रफ्तार मिलेगी। हम संपत्तियों के मौद्रीकरण और उन्हें दान किए जाने का विरोध कर रहे हैं। केंद्र सरकार कहती है राष्ट्रीय मौद्रीकरण योजना से अगले 4 साल में 6 लाख करोड़ रुपए आएंगे, संपत्तियों के मौद्रीकरण से 1.5 लाख करोड़ रुपए सड़क, हाईवे, रेलवे के जरिए आएंगे। लेकिन यह पैसे पिछले 60 सालों में देश की जनता की मेहनत की कमाई से तैयार हुए हैं।

सचिन पायलट ने कहा कि भारत की सरकार को मार्केंटिंग और ब्रांडिंग के लिए जाना जाता है। मुझे याद है कि हमने बहुत ही सफल पोलियो उन्मूलन अभियान चलाया था जोकि कई दशक तक चला था। मैंने कभी नहीं देखा कि प्रधानमंत्री, नेता इसकी मार्केंटिंग कर रहे हो या फिर लोगों को जता रहे हो कि सरकार ने उनके लिए यह किया उन्हें सरकार का आभार मानना चाहिए।

बता दें कि राजस्थान सरकार में कैबिनेट विस्ता को लेक चर्चा चल रही है। इस बीच बेंगलुरू पहुंचे सचिन पायलट ने कहा कि राजस्थान में क्या होगा, किसे कौन सा पद मिलेगा, कौन पार्टी का अध्यक्ष होगा, कौन मुख्यमंत्री बनेगा इन सब बातों पर फैसला कांग्रेस आला कमान करेगी। हम सभी को इसका इंतजार करना चाहिए। वहीं इस दौरान अजय माकन ने कहा कि विधायकों और नेताओं से इस मसले पर बात कर ली गई है और हम उनके संपर्क में हैं।

गौर करने वाली बात है कि राजस्थान में पिछले 25 सालों से हर पांच साल में सरकार बदलती है। कांग्रेस लगातार दूसरी बार सरकार बनाने में विफल रही है। ऐसे में 2023 में कांग्रेस पार्टी दोबारा सत्ता में आने की पूरी कोशिश करेगी। सचिन पायलट ने कहा कि 2023 में हम कैसे सरकार को रिपीट करें इसके लिए हमे अभी से काम करने की जरूरत है। कांग्रेस पार्टी में हर किसी को अपनी बात को रखने का पूरा अधिकार है।

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