नई दिल्ली
भारत के पूर्व क्रिकेटर युवराज सिंह ने शनिवार को रायपुर में खेली जा रही रोड सेफ्टी वर्ल्ड सीरीज में जोरदार फिफ्टी जड़ी। उन्होंने अपनी इस पारी के दौरान 2007 में खेले गए टी-20 वर्ल्ड कप के उस मैच की यादें ताजा कर दीं, जब उनके बल्ले से इंग्लैंड के तेज गेंदबाज स्टुअर्ट ब्रॉड के एक ही ओवर में छह छक्के निकले थे। हालांकि अब उनके बल्ले से लगातार छह छक्के नहीं निकले, लेकिन दक्षिण अफ्रीकी गेंदबाज जानडेर डि ब्रून के एक ही ओवर मे लगातार चार छक्के जड़कर उन्होंने अपनी पारी को यादगार बना दिया। मैच के बाद उन्होंने बताया कि आखिरकर क्यों उन्होंने लगातार पांचवां छक्का नहीं लगाया।
मैच खत्म होने के बाद युवराज सिंह ने 'एएनआई' से बात की। यहां अपनी पारी को लेकर उन्होंने कहा कि, 'लगातार चार छक्के जड़ने के बाद मैं पांचवें की तलाश में था। उस समय मैं सोच रहा था कि गेंदबाज गेंद मेरे एरिया में डाले। लेकिन तभी मुझे यह याद आया कि अभी पारी के आखिरी दो ओवर बाकी हैं। इसलिए मैंने आखिरी गेंद पर स्ट्राइक रोटेट करने का फैसला किया क्योंकि मैं पारी के आखिर तक बल्लेबाजी करना चाहता था। मैं खुश हूं कि ऐसा मैं कर पाया।'
युवराज ने अपनी इस पारी के दौरान ताबड़तोड़ बल्लेबाजी करते हुए महज 21 गेंदों में अपना अर्धशतक पूरा किया। युवराज की तूफानी पारी के चलते भारत की टीम ने आखिरी के पांच ओवरों में महज एक विकेट खोकर 80 रन बनाए और 200 का आंकड़ा पार किया। युवराज ने अपनी अर्धशतकीय पारी के दौरान 2 चौके और छह छक्के लगाए। टी-20 में एक ही ओवर में छह छक्के लगाने वाले युवराज ने 236 के स्ट्राइक रेट से यह रन बनाए। उनके अलावा कप्तान सचिन तेंदुलकर ने भी 60 रनों की तेज पारी खेली।
वीरेंद्र सहवाग (6) के साथ पारी की शुरुआत करने आए सचिन ने अपने पुराने अंदाज में कई आकर्षक शॉट्स लगाकर करीब 30 हजार दर्शकों का भरपूर मनोरंजन किया। उनके हर चौके और छक्के पर दर्शकों ने जमकर शोर मचाया और 'सचिन-सचिन' के नारे लगाए। सहवाग हालांकि 16 रन के कुल योग पर आउट हो गए लेकिन सचिन ने बद्रीनाथ के साथ बल्लेबाजी का बेहतरीन मुजायरा पेश करना जारी रखा।