यदि स्वयं के पैसे से वैक्सीन लगा तो प्रदेश पर आएगा 12 सौ करोड़ का भार
रायपुर
कोरोना से निपटने वैक्सीन तो आ गया है पर इसका टीकाकरण क्या मुफ्त में होगा या पैसे लगेंगे? केन्द्र सरकार ने अभी स्पष्ट नहीं किया है। स्वास्थ्य अमले से जुड़े लोगों को केन्द्र के निर्देश पर मुफ्त टीके पहले फेज में लगेंगे। लेकिन बाकी आम लोगों के लिए अभी खुलासा नहीं हुआ है। ऐसे में बिहार व बंगाल की तरह यदि राज्य सरकार स्वंय खर्च वहन करती है तो इस पर 12 सौ करोड़ की भारी भरकम राशि खर्च होगी। इस पर अंतिम फैसला हो सकता है 20 जनवरी को मुख्यमंत्री व स्वास्थ्य मंत्री की महत्वपूर्ण बैठक में लिया जा सकता है।
हालांकि केन्द्र सरकार ने मुफ्त वैक्सीनेशन पर अभी तक स्थिति स्पष्ट नहीं की है। सिर्फ इतना ही कहा गया कि देश के 3 करोड़ कोरोना वारियर्स के वैक्सीनेशन का खर्चा केन्द्र सरकार वहन करेगी। छत्तीसगढ़ सरकार भी दिल्ली, बिहार और पश्चिम बंगाल की तरह फ्री वैक्सीनेशन का फैसला ले सकती है।
बताया गया कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल वित्त विभाग के प्रमुख होने के नाते 20 तारीख को स्वास्थ्य विभाग के बजट प्रस्तावों पर चर्चा करेंगे। स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने कहा कि वैक्सीनेशन को मुख्यमंत्री के संज्ञान में लाया जाएगा। उन्होंने कहा कि पूरी आबादी को मुफ्त में वैक्सीन लगाने का फैसला होता है, तो इस पर 12 सौ करोड़ रूपए खर्च होंगे। 3 सौ रूपए वाली वैक्सीन लगाने की दशा में 18 सौ करोड़ रूपए खर्च होंगे। यदि आधी आबादी को मुफ्त वैक्सीन लगाने का फैसला होता है, तो इस पर खर्च आधा हो जाएगा।वैसे अनुपूरक बजट में भी मुफ्त वैक्सीन के लिए प्रावधान किया जा सकता है।