भोपालमध्य प्रदेश

भोपाल की निशातपुरा रेल फैक्ट्री ने कोरोना पेशेंट्स के लिए तैयार किए 40 आइसोलेशन कोच

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भोपाल  
भोपाल स्थित निशातपुरा कोच फैक्ट्री (Nishatpura Coach Factory) भी कोरोना से निपटने के लिए तैयार है. कोरोना (Corona) के खिलाफ जंग में उसने 40 आइसोलेशन कोच तैयार किए हैं. इस फैक्ट्री में बनाए गए स्लीपर कोच को आइसोलेशन कोच में तब्दील कर दिया है. इनमें कोरोना पेशेंट्स को रखा जा सकेगा. इस कोच को पूरी तरह अस्पताल (hospital) के वॉर्ड के हिसाब से तैयार किया गया है. डॉक्टर और स्टाफ के रुकने की व्यवस्था भी कोच में है. बस अब ऊपर से आदेश का इंतज़ार है. आदेश होते ही देश में जहां भी ज़रूरत होगी, इन आइसोलेशन कोच को रवाना कर दिया जाएगा. आइसोलेशन कोच तैयार करने के बाद अब स्टाफ कोरोना के लिए ज़रूरी मेडिकल इक्विपमेंट तैयार कर रहा है.

रेलवे के निर्देश पर कुछ दिन पहले ही इस फैक्ट्री में ये आइसोलेशन कोच तैयार करने का काम शुरू हुआ था. कोच बनाने के बाद अब यहां कोरोना के इलाज में इस्तेमाल किए जाने वाले मेडिकल इक्विपमेंट बनाए जा रहे हैं. यह सामान पहले रेलवे के अस्पतालों में सप्लाई किया जाएगा और फिर उसके बाद दूसरे सरकारी अस्पतालों में भेजा जाएगा.

भोपाल की निशातपुरा कोच फैक्ट्री में अब तक कुल 40 चालीस आइसोलेशन कोच तैयार कर दिए गए हैं.एक कोच में दस पेशेंट्स को रखने की व्यवस्था है.इस कोच में आइसोलेशन के सारे इंतज़ाम हैं. बर्थ में बदलाव कर एक आइसोलेशन बॉक्स तैयार किया गया है. इसमें तमाम वह व्यवस्था हैं, जो एक अस्पताल के वॉर्ड में रहती हैं. ऑक्सीजन से लेकर तमाम ज़रूरी उपकरण इस कोच में हैं. बर्थ को एक पर्दे से ढका भी किया गया है. ताकि आइसोलेट होने वाला व्यक्ति अपनी सुविधा के अनुसार पर्दे को बंद और खोल सके. यह कोच पूरी तरह सेनेटाइज है. इसमें साफ-सफाई का विशेष तौर पर ध्यान रखा गया है.

हालात को देखते हुए देशभर में से जहां से भी डिमांड आएगी रेलवे वहां के लिए ये कोच रवाना कर देगा. इस कोच में डॉक्टर और नर्स के साथ पूरे स्टाफ के रुकने की भी व्यवस्था है. कोरोना के खिलाफ लड़ाई में रेलवे की भोपाल स्थित निशातपुरा कोच फैक्ट्री का ये अपना सहयोग है.

कोच फैक्ट्री का स्टाफ ये काम पूरा करने के बाद अब अपने नये मिशन में जुट गया है. वो नये टास्क पर काम कर रहा है. रेलवे ने यहां के योग्य और कुशल स्टाफ को अस्पताल का सामान बनाने का टास्क दिया है. इसलिए फैक्ट्री स्टाफ अब ज़रूरी मेडिकल उपकरण और अन्य सामान बना रहा है.

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