भारी घाटे में चल रहा BSNL प्रयागराज में बेचेगा अपनी अरबों की संपत्ति
प्रयागराज
बीएसएनएल ने प्रयागराज और कौशाम्बी में मौजूद अपनी अरबों रुपयेे की संपत्ति को बेचने की तैयारी कर ली है। केंद्र सरकार के आदेश के बाद एक दर्जन से अधिक भवनों और तकरीबन 45 हजार स्क्वायर मीटर भूमि चिह्नित कर ली गई है। इसे बेचने के लिए जल्द ही सूचना जारी कर दी जाएगी। इससे पहले केंद्रीय लोक निर्माण विभाग की ओर से बेसिक कीमत तय करते हुए इसकी बोली लगाई जाएगी। ज्यादा बोली लगाने वाले को ही भूमि और भवन दिया जाएगा। दर्जन स्थानों पर बने भवन किराए पर भी दिए जाएंगे। कई भवनों को किराए पर देने के लिए सरकारी विभागों से अनुबंध भी कर लिया गया है।
दरअसल भवनों से लेकर एक्सचेंज बूथों, टेलीफोन से जुड़े उपकरणों का अब कोई प्रयोग नहीं रह गया है। इसलिए उसकी उपयोगिता न के बराबर रह गई है। नई तकनीक के आने से लगातार घाटे में जा रहे बीएसएनएल की वजह से नया संकट खड़ा हुआ है। हालत यह हो गई है कि बीएसएनएल अपने कर्मचारियों का वेतन तक नहीं दे पा रहा है जिससे नौकरी का संकट भी खड़ा हो गया है। बीएसएनएल के पास फोर जी जैसी सेवा तकनीक भी नहीं है, जिससे वह ज्यादा उपभोक्ताओं को जोड़कर कमाई कर सके।
बीएसएनएल जीएम कार्यालय के बगल स्थित सीटीओ कंपाउंड की 14300 स्क्वॉयर मीटर, झलवा में 21 हजार मीटर, अल्लापुर में 5800 स्क्वॉयर मीटर, टीपीनगर में 5700 स्क्वॉयर मीटर, मीरापुर एडीए कॉलोनी में 245 स्क्वॉयर मीटर, मेजा में 1188 स्क्वॉयर मीटर, लालगोपालगंज में 2500 स्क्वॉयरमीटर, हंडिया में 840 स्क्वॉयर मीटर भूमि शामिल हैं। इन स्थानों पर भवन भी बने हुए है। सबसे अधिक भूमि झलवा में है। सर्किल रेट के हिसाब से इसकी कुल कीमत 48 करोड़ रुपये से अधिक है।
नवाब यूसुफ रोड पर स्थित सीटीओ कार्यालय का पांचवां और छठा फ्लोर, एमजी मार्ग पर स्थित भवन का 240 स्क्वायर मीटर क्षेत्रफल का भूतल और प्रथम तल, अल्लापुर स्थित टीई भवन और सीएससी द्वितीय तल, मम्फोर्डगंज स्थित टीई भवन का प्रथम तल, झूंसी कार्यालय का प्रथम तल, कालिंदीपुरम कार्यालय का प्रथम तल और मंझनपुर कार्यालय का द्वितीय तल शामिल है। इसके पहले महाप्रबंधक कार्यालय के छठे तल और पांचवें तल को ईडी और टेक्सटाइल विभाग से अनुबंध करके दिया जा चुका है। वहीं मंझनपुर में भी जीएसटी को एक भवन सौंपा जा चुका है।