भोपालमध्य प्रदेश

बड़े तालाब का वाटर लेवल 1662.25 फीट

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भोपाल
सूरज और बादलों के बीच लुका-छिपी का खेल चल रहा है। बंगाल की खाड़ी में हवा के ऊपरी भाग में चक्रवात बन गया है। इस सिस्टम के एक्टिव होने से प्रदेश के ऊपर कम दबाव के क्षेत्र में तब्दील होने के आसार हैं। साथ ही राजधानी और उसके आसपास बौछारें पड़ने का सिलसिला शुरू हो गया है। मौसम विभाग को उम्मीद है कि अगले 24 घंटों के बीच पूर्वी मप्र सहित प्रदेश के कई जिलों में झमाझम बारिश का दौर शुरू हो सकता  है।

मौसम विभाग ने पिछले 24 घंटों में शहर में 3.6 एमएम बारिश दर्ज की है। यहां पर झमाझम होने के अभी कम आसार हैं। आगे चल कर बंगाल की खाड़ी में चक्रवात के मूवमेंट से रीवा, जबलपुर, शहडोल संभागों के जिलों में बारिश का दौर शुरू होने के आसार हैं। बारिश का दौर रुक-रुककर तीन सितंबर तक जारी रहने की भी उम्मीद है। पिछले दो हफ्तों से प्रदेश में किसी भी वेदर सिस्टम के सक्रिय नहीं रहने से पिछले एक सप्ताह से मध्यप्रदेश में बारिश का दौर लगभग थम गया था। मानसून ट्रफ के पूर्वी और पश्चिमी छोर भी हिमालय की तराई में पहुंच गए थे।

अगले 24 घंटों के बारे में मौसम विभाग का अनुमान है कि आसमान में हल्के बादल छाये रहेंगे और दोपहर बाद मौसम बदल सकता है। इसके चलते शहर के किन्हीक्षेत्रों में हल्की अथवा तेज बौछार हो सकती है। आज सुबह शहर में अधिकतम तापमान 31डिग्री दर्ज किया गया। वहीं न्यूनतम तापमान 23  डिग्री दर्ज किया गया है।

 

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