ब्लैक फंगस के इंजेक्शन का जबलपुर में प्रोडक्शन शुरू
जबलपुर.
कोरोना की तीसरी लहर की आशंका और कोविड पोस्ट के बढ़ते मामलों के बीच एक राहत की खबर जबलपुर से आई है. अब प्रदेश में ब्लैक फंगस के इंजेक्शन की किल्लत नहीं होगी. कीमत भी दूसरी कंपनियों के इंजेक्शन की तुलना में कम होगी. उमरिया-डुंगरिया स्थित रेवाक्योर लाइफसाइंसेज कंपनी में इस इंजेक्शन का उत्पादन शुरू हो गया है.आज सोमवार 28 जून को सीएम शिवराज सिंह वर्चुअल तरीके से इंजेक्शन को लांच करेंगे.
कंपनी के को-फाउंडर रवि सक्सेना, डॉक्टर रवि सक्सेना और पार्टनर नीटी भारद्वाज ने बतया कि ब्लैक फंगस की दवा एम्फोटेरेसिन-बी का इम्युलसन (emulsion) फार्मेट में इंजेक्शन तैयार किया है। कंपनी का ये खुद का प्रोडक्ट है। रॉ-मटेरियल से लेकर उत्पादन का काम कंपनी ने खुद किया है। एक वायल इंजेक्शन 50 एमजी (10 एमएल) का होगा। कीमतों का खुलासा अभी नहीं किया है, लेकिन यह तीन हजार के लगभग होने की संभावना है। मई में ही इस कंपनी को इसका लाइसेंस मिला था।
इंजेक्शन की नहीं होगी कोई कमी
कंपनी के को-फाउंडर रवि सक्सेना के मुताबिक जबलपुर सहित महाकौशल में अब कोविड पोस्ट होने वाले फंगल इंफेक्शन में इंजेक्शन की कमी नहीं होगी। लोगों को वाजिब कीमत पर इंजेक्शन उपलब्ध रहेगी। कंपनी इंजेक्शन सरकारी अस्पतालों और थोक दवा दुकानों पर सप्लाई करेगी। यहां बता दें कि जबलपुर मेडिकल कॉलेज में 200 से अधिक मरीज सामने आ चुके हैं। अब भी कई मरीजों का इलाज जारी है। इस बीमारी के इलाज में सबसे बड़ी बाधा इंजेक्शन की कमी थी।