बीते साल इंदौर में हर दिन 126 वाहन कम बिके
इंदौर
बीते साल 25 मार्च से लगे लाकडाउन के बाद भी प्रदेश की ओद्योगिक राजधानी इंदौर में कार के शौकीनों पर इसका कोई खास असर नहीं पड़ा। इंदौर आरटीओ में वर्ष 2020-21 में वर्ष 2019-20 की तुलना में महज 1317 कारें कम रजिस्टर्ड हुई हैं। हालांकि दो पहिया वाहनों की बिक्री में काफी असर पड़ा है। परिवहन विभाग से मिली जानकारी के अनुसार बीते साल से हर दिन 126 वाहन कम रजिस्टर्ड हुए हैं। इस बार 25 मार्च तक सभी श्रेणी के मिला कर 1,05,146 वाहन रजिस्टर्ड हुए हैं, जबकि बीते साल इसी अवधि तक 1,51,335 वाहन रजिस्टर्ड हुए थे। जिसके अनुसार इंदौर में हर दिन 126 वाहन कम रजिस्टर्ड हुए हैं। 25 मार्च 2019 से 24 मार्च 2020 तक शहर में कुल 28 हजार 71 कारें रजिस्टर्ड हुई थीं, जबकि 25 मार्च 2020 से 24 मार्च 2021 में 26 हजार 754 कारें रजिस्टर्ड हुई हैं। इस हिसाब से कोरोना काल में महज 1317 कारें कम रजिस्टर्ड हुईं। 2019- 20 में 75 हजार 549 दो पहिया वाहन रजिस्टर्ड हुए थे। जबकि 2020- 2021 में 50 हजार 199 वाहन ही रजिस्टर्ड हुए हैं।
दो महीने पूर्ण लाकडाउन रहा
अप्रैल और मई में पूर्ण लाकडाउन था जिससे दो माह में गाड़ियों की ब्रिकी नहीं हुई थी। इस कारण कमी आई थी। लेकिन बाद में काफी तेजी आई। त्योहारों के समय काफी वाहन बिके थे। लाकडाउन के कारण कंपनियों का प्रोडक्शन भी कम रहा, जिससे कंपनियां वाहनों की आपूर्ति भी नहीं कर पाई है।