फ्री में बनेगा आयुष्मान कार्ड, पांच लाख तक का इलाज भी फ्री
नई दिल्ली
अब तक आयुष्मान योजना के लाभार्थी सामान्य सेवा केंद्रों से पात्रता कार्ड बनवाते थे, और ऑपरेटर को 30 रुपये देना पड़ता था। अब यह फीस भी माफ कर दी गई है। हालांकि डुप्लीकेट कार्ड के लिए या फिर कार्ड दोबारा प्रिंट कराने पर 15 रुपये का शुकल लगेगा। साथ ही बायोमेट्रिक ऑथेन्टिकेशन के बाद ही कार्ड लाभार्थी को दिया जाएगा।
केन्द्र सरकार ने आयुष्मान कार्ड को बनवाने में कोई पैसा नहीं लगेगा। साथ ही अगर आप बीमार पड़ते हैं को 5 लाख तक का इलाज मुफ्त में किया जाएगा। आयुष्मान भारत योजना मोदी सरकार की सबसे अहम योजनाओं में से एक है। इसके तहत गरीब परिवार के लोगों को का 5 लाख तक का इलाज मुफ्त किया जाता है। पहले यह कार्ड बनवाने के लिए 30 रुपए देने पड़ते थे। अब यह शुल्क भी हटा दिया गया है। सरकार के इस फैसले से गरीब परिवारों को काफी राहत मिलेगी।
केंद्र सरकार ने CSC के साथ समझौता होने के बाद यह फीस माफ की है। CSC एक निजी एजेंसी है जो आयुष्मान योजना का प्रॉडक्शन का काम संभालती है। यह एजेंसी नेशनल हेल्थ अथॉरिटी और IT मंत्रालय के निर्देशों पर काम करती है। वहीं NHA एक सरकारी एजेंसी है, जो इस योजना का मैनेजमेंट देखती है। नए समझौते के बाद पहली बार आयुष्मान कार्ड जारी होने पर NHA 20 रुपए का भुगतान CSC को करेगी। इस समझौते का मुख्य उद्देश्य PVC आयुष्मान कार्ड तैयार करना और सिस्टम को और बेहतर बनाना है।
NHA के CEO रामसेवक शर्मा ने बताया कि आयुष्मान योजना का लाभ लेने के लिए PVC कार्ड जरूरी नहीं है। जिन लाभार्थियों के पास पुराने कार्ड होंगे उन्हें भी योजना का लाभ मिलगा। PVC कार्ड से धांधली में कमी आएगी और इसके जरिए स्वास्थ्य अधिकारियों को लाभार्थियों की पहचान करने में आसानी होगी।
केन्द्र सरकार ने साल 2017 में आयुष्मान भारत योजना लॉन्च की थी। इस योजना के तहत गरीब परिवारों को 5 लाख रुपये तक का इलाज मुफ्त में मिलता है। अब तक इस योजना के तहत 1 करोड़ 63 लाख से ज्यादा लाभार्थियों का इलाज हो चुका है। आयुष्मान कार्ड के लाभार्थियों को जरूरत पड़ने पर निजी अस्पताल में भी इलाज कराने की सुविधा मिलती है।