कराची
विश्व फुटबॉल की सर्वोच्च संस्था फीफा पाकिस्तान फुटबॉल पर लंबी अवधि का प्रतिबंध लगा सकता है। इसके पीछे की वजह है कि एक गुट ने पिछले चुनावों में जीत दर्ज करने के बाद लाहौर में राष्ट्रीय महासंघ के मुख्यालय पर कब्जा कर लिया था। फीफा ने इन चुनावों को अमान्य ठहराया था।
विश्व संस्था ने अब अशफाक हुसैन की अगुआई वाले पाकिस्तान फुटबॉल महासंघ (पीएफएफ) को फुटबॉल हाउस को खाली करने और इसका नियंत्रण हारून मलिक की अध्यक्षता वाली फीफा समिति को सौंपने के लिए बुधवार तक का समय दिया है।
समिति के एक सदस्य ने मंगलवार को कहा, 'अगर सरकार के खेल मंत्री हस्तक्षेप करके इस मसले को नहीं सुलझाते हैं तो फिर पाकिस्तान फुटबॉल को सभी अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में भाग लेने से लंबी अवधि के लिए प्रतिबंधित किया जा सकता है।' उन्होंने कहा कि अगर फीफा प्रतिबंध लगा देता है तो पीएफएफ को विश्व संस्था से किसी तरह का अनुदान नहीं मिलेगा जिससे देश में इस खेल की वित्तीय स्थिति खराब हो जाएगी और विकास परियोजनाएं रुक जाएंगी।