प्रदेश प्रभारी मुरलीधर राव के बाद विजयवर्गीय का नेता पुत्रों के टिकट पर बड़ा बयान, कहा PM का परिवारवाद का इशारा काफी

भोपाल
मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव 2023 को लेकर भाजपा के भीतर चल रही तैयारियों को लेकर वरिष्ठ नेताओं की टिकट के दावेदारों को नसीहतें का सिलसिला जारी है। प्रदेश प्रभारी के बयान के बाद अब राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय का नेता पुत्रों को टिकट पर बड़ा बयान आया है जिसमें उन्होंने कहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का इशारा काफी है। वे कह चुके हैं परिवारवाद नहीं चलेगा।
मिशन 2023 की तैयारियों में जुटी भाजपा में आज चल रही बैठकों के बीच पहले प्रदेश प्रभारी मुरलीधर राव ने पार्टी नेताओं को वरिष्ठों की परिक्रमा की जगह सेवा करने की नसीहत दी तो दोपहर में राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय मीडिया से चर्चा में कह नेता पुत्रों के टिकट पर प्रधानमंत्री की आड़ में ऐसे दावेदारों की चुनावी तैयारियों पर सवाल खड़े कर गए हैं। पीएम मोदी द्वारा पार्टी में परिवारवाद नहीं चलने के बयान को ढाल बनाकर विजयवर्गीय में नेताओं के परिवारजनों को टिकट नहीं मिलने के संकेत दे दिए हैं।
इन नेताओं के परिवारजन का टिकट खतरे में
परिवारवाद में जिन नेताओं के परिजनों का टिकट संकट में फंस सकता है उनमें लोकसभा अध्यक्ष रहीं सुमित्रा महाजन के पुत्र मंदार महाजन, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष नंदकुमार सिंह चौहान के पुत्र हर्षवर्धन सिंह, गौरीशंकर शेजवार के पुत्र मुदित, पूर्व वित्त मंत्री जयंत मलैया के पुत्र सिद्धार्थ, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष व पूर्व सांसद प्रभात झा के बेटे तुष्मुल, केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर के पुत्र देवेंद्र सिंह, वरिष्ठ मंत्री गोपाल भार्गव के पुत्र अभिषेक, नरोत्तम मिश्रा के पुत्र सुकर्ण, मंत्री कमल पटेल के पुत्र सुदीप पूर्व मंत्री व अन्य पिछड़ा वर्ग आयोग के अध्यक्ष गौरीशंकर बिसेन के पुत्र मौसम शामिल हैं।
ये परिवारवाद से आए राजनीति
मध्य प्रदेश की राजनीति में परिवारवाद के सहारे राजनीति में आ चुके नेताओं में पूर्व मुख्यमंत्री वीरेंद्र सिंह सकलेचा के पुत्र ओमप्रकाश सकलेचा, कैलाश जोशी के पुत्र दीपक जोशी, सुंदरलाल पटवा के भतीजे सुरेंद्र पटवा, कैलाश विजयवर्गीय के पुत्र आकाश विजयवर्गीय, पूर्व विधानसभा अध्यक्ष के पुत्र अशोक रोहाणी, पूर्व सांसद लक्ष्मीनारायण पांडेय के पुत्र राजेंद्र पांडेय, पूर्व मंत्री किशोरीलाल वर्मा के पुत्र देवेंद्र वर्मा, पूर्व नेता प्रतिपक्ष विक्रम वर्मा की पत्नी नीना जैसे प्रमुख नाम हैं।ओमप्रकाश सकलेचा अभी मंत्री हैं तो दीपक जोशी स्कूल शिक्षा मंत्री रह चुके हैं और सुरेंद्र पटवा अभी विधायक हैं लेकिन पहले मंत्री भी रह चुके हैं।