प्रदेश के अस्पतालों को जल्द मिलेंगे आॅक्सीजन कंसंट्रेटर
भोपाल
कोरोना मरीजों की बढ़ती रफ्तार और लगातार हो रहीं मौतों के मामले से लोगों में डर का माहौल है। अस्पतालों में गंभीर मरीजों को एडमिट होने के लिए कई दिनों का इंतजार करना पड़ रहा है। सबसे ज्यादा संकट आॅक्सीजन सपोर्टेड बेड और वेंटिलेटर का हो रहा है। मप्र में उत्पन्न हुए इस संकट में केन्द्र सरकार जल्द ही मदद पहुंचाएगी। एक सप्ताह के भीतर केन्द्र से 402 वेंटिलेटर मप्र को मिलेंगे। ढाई हजार आॅक्सीजन कंसंट्रेटर की खेप भी प्रदेश को मिलेगी। इसके आॅर्डर कर दिए गए हैं।
सप्ताह भर के भीतर 900 आॅक्सीजन कंसंट्रेटर मप्र पहुंच जाएंगे। स्वास्थ्य विभाग के अफसरों ने बताया कि कोविड के इलाज में आॅक्सीजन का महत्वपूर्ण योगदान है। मप्र के साथ अन्य राज्यों में तेजी से बढ़े मरीजों के कारण आॅक्सीजन की आवक में कमी आई है। ऐसे में स्वास्थ्य विभाग ने 2500 आॅक्सीजन कंसंट्रेटर खरीदी का आॅर्डर दे दिया है। अफसरों की मानें तो प्रत्येक कंसंट्रेटर एक मिनट में 10 लीटर आॅक्सीजन हवा से खींचकर तैयार करेगा। ये कोरोना संक्रमित मरीजों के लिए बड़ी राहत मिलेगी।
आॅक्सीजन की व्यवस्था सुचारू तौर पर अस्पतालों में पहुंचाने का जिम्मा संभाल रहे एक अधिकारी की मानें तो 8 हजार जंबो सिलेंडर और तीन हजार छोटे आॅक्सीजन सिलेंडर भी प्रदेश के अस्पतालों को जल्द मिलेंगे। इसके लिए केन्द्र सरकार से मंजूरी मिल गई है। ये सिलेंडर पहुंचने के बाद अस्पतालों में आॅक्सीजन की कमी काफी हद तक दूर हो सकेगी।
राजधानी में अब इंडस्ट्री वाले कोविड मरीजों के लिए आॅक्सीजन सिलेंडर उपलब्ध कराएंगे। उनके पास जो भी बड़े और माइक्रो सिलेंडर हैं, वे उन्हें प्रशासन के माध्यम से प्रोवाइड कराएंगे। कलेक्टर अविनाश लवानिया ने गोविंदपुरा इंडस्ट्रियल एसोसिएशन से आॅक्सीजन सिलेंडर उपलब्ध कराने के संबंध में गोविंदपुरा औद्योगिक क्षेत्र एसोसिएशन के पदाधिकारियों से साथ बैठक की। गोविंदपुरा इंडस्ट्रियल एसोसिएशन के आॅफिस में इंडस्ट्री एसोसिएशन के पदाधिकारियों जीएमडीसी एवं प्रशासन के अधिकारियों की बैठक में सिलेंडर उपलब्ध कराने के कलेक्टर द्वारा निर्देश दिए गए।