नई दिल्ली
पाकिस्तान के खिलाड़ी एक ओर भारत से खेल संबंध बेहतर करने की बात करते हैं तो दूसरी ओर उनका देश विदेशी टीमों के साथ काम कर रहे भारतीयों को वीजा देने से इनकार कर देता है। इससे न केवल उसके दोहरे चेहरे से नकाब उतर जाता है, बल्कि उसकी बातों के पीछे की सच्चाई का पता भी चल जाता है। पहले लालचंद राजपूत और अब प्रसन्ना के साथ ऐसा हुआ है। दरअसल, भारतीय प्रसन्ना को एनालिस्ट के तौर पर साउथ अफ्रीका टीम के साथ पाकिस्तान दौरे पर जाना था, लेकिन पाकिस्तान ने वीजा देने से इनकार कर दिया। इस वजह से वह क्विंटन डि कॉक के साथ पाक नहीं जा सकेंगे। वह बैंगलोर से ही टीम की मदद करेंगे। वीजा मामले को लेकर कहा, 'मैं ठगा हुआ महसूस कर रहा हूं। मैं यहां अपने घर से टीम की 100% मदद करने की कोशिश करूंगा। यह उन प्लेयर्स के लिए बड़ा झटका है, जो पूरी तरह से मेरे ऊपर निर्भर थे। मुझे बताया गया कि प्रोटोकॉल्स को समझना होगा। जिम्बाब्वे के कोच लालचंद राजपूत पाकिस्तान नहीं जा सके थे, जबकि अलीम दार भारत नहीं आ सके थे। मैं यहां से टीम को जूम मीटिंग में सबकुछ समझा रहा हूं।' बता दें कि 2020 में जिम्बाब्वे के कोच राजपूत को पाकिस्तान का वीजा नहीं मिला था। सीरीज के तहत पहला टेस्ट 26 से 30 जनवरी के बीच कराची में खेला जाएगा जबकि दूसरा टेस्ट 4 से 8 फरवरी तक रावलपिंडी में होगा। इसके बाद 11,13, और 14 फरवरी को तीन टी20 मुकाबले खेले जाएंगे। सभी मैच लाहौर में होंगे।
टीम: क्विंटन डि कॉक (कप्तान), तेम्बा बायुमा, एइडन मार्करम, फाफ डु प्लेसिस, डीन एल्गर, कागिसो रबाडा, ड्वेन प्रीटोरियस, केशव महाराज, लुंगी एंगिडी, रॉसी वॉन डेर दुसेन, एनरिच नॉर्त्जे, वियान मुल्डर, लुठो सिम्पाला, बुरान हेंडरिक्स, केल वेरेन, सारेल इर्वे, कीगन पीटरसन, तबरेज सम्सी, जॉर्ज लिंडे, डेरन डुपवेलियन और मार्को जॉनसन।