न पुजारी पहना मास्क और न भक्त….ऐसे में कैसे होगा कोविड नियम का पालन
रायपुर
कोरोना संक्रमण नियंत्रित हुआ है खत्म नहीं,यह ध्यान रखना होगा। सब कुछ अनलाक होने के बाद अब धार्मिक स्थलों को भी खोल दिया गया है लेकिन निर्धारित नियम का कितना पालन हो रहा है समाचार के साथ संलग्न तस्वीर पर गौर करें जहां न तो पुजारी मास्क पहना है और न बगल में खड़ा भक्त। ऐसे में कैसे होगा कोविड नियमों का पालन? लेकिन सभी जगह ऐसा नहीं हो रहा है,और यही ध्यान रखना होगा। राजधानी में कुछ मंदिर,गुरुद्वारा,मस्जिद व चर्च आज से खुले। हालांकि मंदिरों में भक्तों की चहल पहल कम नजर आ रही है।
धार्मिक स्थानों के लिए प्रशासन ने नियम तय कर दिए हैं जिसके मुताबिक-प्रसाद नहीं दिया जाएगा, पवित्र जल का छिड़काव नहीं होगा। प्रवेश द्वार पर सैनेटाइजर और थर्मल स्कैनिंग की व्यवस्था करनी होगी। मंदिर में भीड़ जमा न हो ये जिम्मा मंदिर की समिति को दिया गया है। बिना कोरोना लक्षण वाले लोग ही धार्मिक स्थल में प्रवेश करेंगे।मंदिर के अंदर एक बार में 5 लोग को ही प्रवेश की अनुमित होगी। मास्क लगाना अनिवार्य है।
धार्मिक स्थल के अंदर और बाहर स्थित दुकानों में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना होगा। धार्मिक स्थलों में बड़ी सभाएं और मंडली कार्यक्रम प्रतिबंधित रहेगा। कोरोना संक्रमण के मद्देनजर प्रशासन ने कहा है कि जहां तक संभव हो रिकॉर्ड किए गए गाने ही मंदिर के अंदर बजाए जाएं।प्रतिमा, धार्मिक ग्रंथों को छूने की अनुमति नहीं होगी।बैठने की व्यवस्था इस तरह से की जाए कि पर्याप्त सोशल डिस्टेंसिंग का पालन हो।प्रवेश करने वालों को पहले साबुन और पानी से हाथ धोना होगा।