झारखंड: 1 मई से 18 साल के ऊपर सभी लोगों को फ्री में लगेगी वैक्सीन: CM हेमंत सोरेन
रांची
झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने ऐलान किया कि झारखंड में 18 साल के ऊपर सभी लोगों को फ्री में वैक्सीन लगाई जाएगी। यानी झारखंड में 01 मई से शुरू होने वाले तीसरे वैक्सीनेशन अभियान के तहत 18 साल के ऊपर सभी लोगों को लगने वाली वैक्सीन मुफ्त में दी जाएगी। इससे पहले भी कई राज्यों ने वैक्सीनेशन फ्री में देने की घोषणा की है। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने ट्वीट करते हुए लिखा, ''झारखण्ड राज्य में 18 वर्ष से अधिक उम्र के राज्यवासियों को कोरोना वैक्सीन राज्य सरकार द्वारा निःशुल्क (मुफ्त) लगाया जाएगा। इस विकट संक्रमण में लोगों को मदद के लिए सरकार दिन-रात काम कर रही है। मुझे विश्वास है सभी के सहयोग से हम कोरोना को फिर मात देंगे। कोरोना हारेगा, झारखंड जीतेगा।''
झारखंड से पहले मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, असम, छत्तीसगढ़ और केरल की सरकारों ने भी घोषणा की है कि 18 वर्ष से अधिक उम्र के सभी को मुफ्त में कोरोना वैक्सीन दी जाएगी। केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार ने तीसरे वैक्सीनेशन अभियान के तहत 01 मई से सभी 18 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों को वैक्सीनेट करने का ऐलान किया है। हालांकि इस बार केंद्र सरकार ने वैक्सीन की कीमत या फ्री में देने का फैसला राज्य सरकार के ऊपर छोड़ था। ज्यादातर राज्यों में कोरोना वैक्सीन राज्य सरकारों द्वारा फ्री में दी जा रही है। अभी तक केंद्र सरकार द्वारा 45 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों और फ्रंटलाइन वर्कर्स के लिए फ्री में वैक्सीन दी जा रही थी।
झारखंड में 22 अप्रैल से 29 अप्रैल तक स्वास्थ्य सुरक्षा सप्ताह शुरू किया गया है। इसके तहत लॉकडाउन जैसी पाबंदियां लगाई गई हैं। हालांकि जरूरी चीजों की दुकानें और दफ्तर कम स्टाफ के साथ खोले जा रहे हैं। सीएम हेमंत सोरेन ने कहा है, ''राज्य वासियों के दृढसंकल्प और संवेदनशीलता के साथ ही हम कोरोना के विकट संक्रमण को दूर कर सकते हैं। सभी लोग सुरक्षित रहें, कोरोना के संक्रमण की रफ्तार को हम कम कर सके, इसके लिए राज्य में स्वास्थ्य सुरक्षा सप्ताह शुरू किया गया है। सभी से अपील है कि बेवजह घरों से बाहर न निकलें।''
गुरुवार यानी 22 अप्रैल लॉकडाउन के पहले दिन राज्य के नाम संबोधन में सीएम हेमंत सोरेन ने कहा, ''22 अप्रैल से 29 अप्रैल तक लगाई गई पाबंदियों का सभी को पालन करना है। इस फैसले की वजह से कुछ लोगों को दिक्कतों को सामना करना पड़ सकता है। जिसके लिए मैं माफी मांगता हूं। लेकिन कोरोना के ट्रांसमिशन को तोड़ने के लिए हमें लॉकडाउन लगाना पड़ा है।''