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जानें घट स्थापना का शुभ मुहूर्त और महत्व

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नई दिल्ली
आदिशक्ति मां दुर्गा की पूजा के दिन यानी कि चैत्र नवरात्रि का प्रारंभ आज से हो गया है। चैत्र नवरात्रि से ही हिंदू नवर्ष का भी आगमन होता है। इस बार ये नवरात्रि 13 अप्रैल से लेकर 22 अप्रैल तक है। मंगलवार से नवरात्रि का प्रारंभ हो रहा है इस कारण इस बार मां दुर्गा अश्व पर सवार होकर आ रही है और डोली पर विदा होंगी। नौ दिनों तक चलने वाली इस पूजा में देवी दुर्गा के नौ स्वरूपों आराधना की जाती है। नवरात्रि में मां दुर्गा की पूजा करने से जातक को हर मुश्किल से छुटकारा मिल जाता है।
 
घटस्थापना नवरात्रि के पहले दिन होती है और उसके बाद 9 दिन मां के अलग-अलग रूपों की पूजा भक्तों की ओर से की जाती है और 10वें दिन मां का प्रस्थान होता है। इस बार 9 दिनों का पूरा नवरात्र है।

कलश स्थापना का शुभ मुहूर्त

13 अप्रैल बुधवार सुबह 05:43 बजे से 08:43 बजे तक सामान्य मुहूर्त है।
13 अप्रैल बुधवार दोपहर 11:36 बजे से 12:24 बजे तक अभिजीत मुहूर्त है।
13 अप्रैल बुधवार दोपहर 11:50 बजे से 01:25 बजे तक अमृत मुहूर्त है।
 
 
नवरात्रि के 9 दिनों में ताम्सिक भोजन नहीं करना चाहिए।
पुरूषों को नवरात्रि में दाढ़ी-मूंछ और बाल नहीं कटवाने चाहिए।
महिलाओं को भी नवरात्रि में केश नहीं काटने चाहिए।
महिलाओं को नौ दिनों तक नाखून नहीं काटने चाहिए।
अखंड दीप जलाने वालों को नौ दिनों तक अपना घर खाली नहीं छोड़ना चाहिए।
घर में सात्विक भोजन बनना चाहिए।
लहसून-प्याज, नॉनवेज, मदिरा पान से बचना चाहिए।
  
पूजा के दौरान बेल्ट, चप्पल-जूते या फिर चमड़े की बनी चीजें नहीं पहननी चाहिए।
घर में झगड़ा नहीं करना चाहिए।
जमीन पर उपवास करने वाले को सोना चाहिए।
ब्रह्मचर्य का पालन उपवास करने वाले को करना चाहिए।
काले रंग के कपड़े पहनने से बचना चाहिए।
व्रत में खाने में अनाज और नमक का सेवन नहीं करना चाहिए।
महिलाओं को मासिक धर्म के दौरान 7 दिन पूजन नहीं करना चाहिए।
निंदा करने और झूठ बोलने से बचना चाहिए।

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