जांच के लिए पीड़ित परिवारों के घर पहुंची सीबीआई, अब तक दर्ज किए 28 मामले
कोलकाता
पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव बाद हुई हिंसा के मामले की सीबीआई ने जांच शुरू कर दी है। सीबीआई ने रविवार को पांच जिलों में चुनाव बाद हुई हिंसा की जांच के लिए कई परिवारों की शिकायतें दर्ज कीं। कलकत्ता हाई कोर्ट ने 19 जुलाई को इस मामले की जांच सीबीआई को सौंप दी थी और छह सप्ताह के भीतर रिपोर्ट दाखिल करने का निर्देश दिया था। सीबीआई ने रविवार शाम तक 28 मामले दर्ज किए और 17 जिलों की पुलिस से मामले की फाइलें प्राप्त कीं। सीबीआई ने इस मामले में रविवार को सात और मामले दर्ज की। रविवार को सीबीआई के अधिकारियों ने दक्षिण बंगाल के दक्षिण 24 परगना, पूर्वी बर्दवान, हावड़ा और बीरभूम जिले और उत्तर बंगाल के कूच बिहार का दौरा किया। कूचबिहार पहुंची जांच टीम ने तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) कार्यकर्ता शाहीनूर रहमान के परिवार का बयान दर्ज किया। विधानसभा चुनाव के नतीजे घोषित होने के तीन दिन बाद 5 मई को कथित तौर पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के समर्थकों द्वारा रहमान का अपहरण और हत्या कर दी गई थी। उसका शव एक मकई के खेत में मिला था। बीजेपी को उत्तर बंगाल के आठ जिलों की 54 में से 30 सीटें मिलीं, हालांकि टीएमसी ने राज्य की 294 सीटों में से 213 सीटें जीतीं, जबकि भाजपा ने 77 पर कब्जा किया। 2019 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी ने उत्तर बंगाल की आठ में से सात सीटों पर जीत हासिल की थी जबकि टीएमसी ने दक्षिण बंगाल पर अपना दबदबा कायम किया था। दक्षिण 24 परगना में, संयुक्त निदेशक अनुराग सिंह के नेतृत्व में सीबीआई की एक टीम बीजेपी कार्यकर्ता राजू सामंत के घर पहुंची हुई थी, जिनकी कथित तौर पर 29 मई को रामनगर में पीट-पीट कर हत्या कर दी गई थी।
नाम न बताने की शर्त पर एक अधिकारी ने बताया कि सीबीआई ने दूसरा मामला दक्षिण 24 परगना में 3 मई को मारे गए निर्मल मंडल के परिवार से मिलने के बाद दर्ज किया। पेशे से ड्राइवर मंडल को उसके घर के अंदर पीट-पीट कर मार डाला गया। मंडल टीएमसी के कार्यकर्ता थे लेकिन मार्च-अप्रैल चुनाव से पहले बीजेपी में शामिल हो गए थे। बीरभूम में, सीबीआई ने हार्डवेयर व्यापारी मनोज जायसवाल के परिवार से बात की, जो 14 मई को नलहाटी इलाके में मारे गए थे। हालांकि, कोलकाता के रहने वाले जायसवाल नलहाटी में अपना व्यवसाय चला रहे थे। वह चुनाव से एक महीने पहले बीजेपी में शामिल हुए थे। मामले को लेकर भाजपा की बीरभूम इकाई के अध्यक्ष ध्रुबा साहा ने कहा, टीएमसी कार्यकर्ताओं ने जायसवाल की हत्या कर दी थी। हावड़ा जिले में, सीबीआई अधिकारियों ने देबलीना घोष का बयान दर्ज किया, जिनकी बायीं आंख 2 मई को एक हमले में स्थायी रूप से क्षतिग्रस्त हो गई थी। घोष ने कहा 'सीबीआई को बताया कि टीएमसी कार्यकर्ताओं ने जब मेरे पति सुवदीप घोष को घर के अंदर नहीं पाया तो मुझ पर हमला कर दिया। मुझे उम्मीद है कि न्याय मिलेगा। इसके अलावा सीबीआई के अधिकारी हवाड़ा के डोमजोर का भी दौरा किया जहां कई घरों में तोड़फोड़ की गई थी। इसके अलावापूर्वी बर्दवान में, अधिकारियों ने माकपा कार्यकर्ता काकाली खेत्रपाल के पति अनिल खेत्रपाल से बात की, जिनकी 3 मई को जमालपुर में हत्या कर दी गई थी। अनिल खेत्रपाल ने कहा, टीएमसी कार्यकर्ताओं ने मुझ पर और मेरी पत्नी पर हमला किया क्योंकि हमारा बेटा आशीष बीजेपी में शामिल हो गया था। इससे पहले सीबीआई ने शनिवार को भी कई पीड़ित परिवारों के पास पहुंच कर उनका बयान दर्ज किया।