जल जीवन मिशन के कार्य की गुणवत्ता और फीडबैक पर विशेष ध्यान दें
भोपाल
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि जल जीवन मिशन सरकार की महत्वाकांक्षी योजना है। मिशन के माध्यम से 03 वर्षों में घर-घर नल के माध्यम से सीधे पानी पहुँचाया जाना है। मिशन के क्रियान्वयन में कार्य की गुणवत्ता एवं जनता के फीडबैक पर विशेष ध्यान दिया जाए। 'फीडबैक' केवल सरकारी न हो अपितु दो-तीन अन्य माध्यमों से लिया जाना चाहिए।
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि समूह नल जल योजना के माध्यम से प्रदेश में काफी कार्य हुआ है। इसके अंतर्गत जो क्षेत्र छूट गए हैं, उन सभी को जल जीवन मिशन के अंतर्गत लेकर कार्य कराया जाए।
मुख्यमंत्री चौहान आज मंत्रालय में मध्यप्रदेश जल निगम के संचालक मंडल की बैठक ले रहे थे। बैठक में नगरीय विकास एवं आवास मंत्री भूपेन्द्र सिंह, पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री महेन्द्र सिंह सिसोदिया, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी राज्य मंत्री बृजेन्द्र सिंह यादव, मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस, अपर मुख्य सचिव आई.सी.पी. केशरी, अपर मुख्य सचिव एस.एन. मिश्रा, अपर मुख्य सचिव मलय श्रीवास्तव, प्रमुख सचिव मनोज गोविल आदि उपस्थित थे।
जल जीवन मिशन में प्रदेश में तेज गति से कार्य
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि जल जीवन मिशन में प्रदेश में तीव्र गति से कार्य हुआ है। गत जून माह में मिशन का कार्य प्रदेश में चालू हुआ और हम आज देश में तीसरे स्थान पर हैं। इसमें देश में नंबर-एक होने के प्रयास किए जाए।
स्वतंत्र निदेशक की नियुक्ति
बैठक में जल निगम के निदेशक मंडल में स्वतंत्र निदेशक की नियुक्ति, एक महिला निदेशक की नियुक्ति आदि निर्णय भी लिए गए।