जम्मू हवाई अड्डे में धमाके: आतंकियों के निशाने पर थे हैंगर में खड़े हेलीकॉप्टर: आंतरिक रिपोर्ट में दावा
जम्मू
जम्मू एयरबेस पर हुए आतंकी हमले के बाद पठानकोट में रेड अलर्ट जारी कर दिया गया है। उच्च सुरक्षा वाले एयरपोर्ट परिसर में स्थित वायुसेना स्टेशन में रविवार तड़के विस्फोटक से लदे दो ड्रोन गिरे जिससे धमाका हुआ था। प्रारंभिक मूल्यांकन रिपोर्ट में कहा गया है कि, ड्रोन का उपयोग करके हवाई हमला हेलीकॉप्टरों को निशाना बनाने के लिए किया गया था। 26-27 जून की दरम्यानी रात पांच मिनट के अंतराल पर हुए दो धमाकों ने जम्मू वायुसेना स्टेशन के उच्च सुरक्षा तकनीकी क्षेत्र को हिला कर रख दिया था।
विस्फोट हैंगर के पास टेक्नीकल एरिया में हुए थे, जिससे पता चलता है कि आतंकियों की योजना हेलीकॉप्टरों को निशाना बनाना थी। ये विस्फोट 1.40 और 1.46 बजे हेलीकॉप्टर डिस्पर्सल क्षेत्र के पास हुए थे। पहला विस्फोट हवाई प्रतिष्ठान के तकनीकी क्षेत्र में एक इमारत की छत पर हुआ जिससे छत ढह गई। इस स्थान की देखरेख का जिम्मा वायुसेना उठाती है और दूसरा विस्फोट छह मिनट बाद इमारत के पीछे हिस्से में जमीन पर हुआ। विस्फोट में वायुसेना के दो कर्मी घायल हो गए। मूल्यांकन रिपोर्ट में कहा गया है कि, एक मंजिला इमारत की छत में होल हो गया है। इससे यह निष्कर्ष निकाला गया कि विस्फोट एक हवाई / ड्रोन हमले के कारण हुआ और संभावित लक्ष्य डिस्पर्सल पार्किंग में खड़ा एक हेलीकॉप्टर था। वायु सेना ने कहा कि इस हमले के हेलीकॉप्टर के किसी भी उपकरण को कोई नुकसान नहीं हुआ है। जम्मू में ये अपनी तरह का संभवता पहला हमला है। जिसके चलते हाई सिक्योरिटी वाले क्षेत्र में इस तरह की घटन घटी है।
बताया जा रहा है कि इस साजिश को अंजाम देने के लिए पी-16 ड्रोन का इस्तेमाल किया गया है। ये ड्रोन काफी नीचे उड़ सकता है। इसकी वजह से कई बार यह रडार की नजर से भी बच जाता है। पठानकोट में महत्वपूर्ण प्रतिष्ठानों के आसपास कड़ी निगरानी की जा रही है। पांच साल पहले पठानकोट वायु सेना बेस पर आतंकी हमला हुआ था। पुलिस ने बताया कि पठानकोट और आसपास के क्षेत्रों में गश्त बढ़ा दी गयी है और अतिरिक्त बल तैनात किए गए हैं। अंतर राज्यीय सीमा से आवाजाही पर सघन जांच कर रहे है। हमने वहां भी अतिरिक्त बल तैनात किए हैं।