जन्माष्टमी आज: आज वैसे ही गृह-रोहिणी नक्षत्र जिसमें हुआ था श्रीकृष्ण का जन्म
भोपाल
श्रीकृष्ण जन्माष्टमी का पर्व मनाया जा रहा है। रात 12 बजते ही शहर में उत्सवी माहौल नजर आएगा और शहर नंद घर आनंद भयो के जयघोष से गूंज उठेगा। शहर के राधा-कृष्ण मंदिरों में आकर्षक विद्युत साज-सज्जा की गई है। कहीं विभिन्न मुद्राओं में भगवान श्रीकृष्ण का आकर्षक श्रृंगार किया गया है तो कहीं कीमती पोशाक, आभूषण भगवान को धारण कराई गई है।
भाद्रपद अष्टमी पर आज श्रीकृष्ण जन्माष्टमी रोहिणी नक्षत्र और शुभ योगों के बीच मनाई जा रही है, लेकिन मटकी फोड़ के आयोजन नहीं होंगे और न ही मंदिरों में भीड़ जुट सकेगी। चल समारोह भी नहीं निकाले जा सकेंगे। दरअसल, 31 अगस्त तक पूरे प्रदेश में कोरोना गाइडलाइन लागू है। इसमें किसी भी प्रकार के धार्मिक, सामाजिक, राजनीतिक समारोह-आयोजनों पर प्रतिबंधित है। भोपाल के श्रीकृष्ण मंदिरों में भक्तों ने कोरोना गाइडलाइन के हिसाब से ही तैयारियां की हैं। रात 12 बजे मंदिरों व घरों में जन्मोत्सव आरती की जाएगी।
श्री कृष्ण प्रणामी मंदिर में इस बार कन्हैया को सागौन की लकड़ी से निर्मित नए झूले पर झूलाया जाएगा। शाम 7 बजे से भजन संध्या जन्मोत्सव तक चलेगी।
श्रद्धालुओं को माखन मिश्री, ककड़ी और धनिये की पंजीरी का प्रसाद वितरित किया जाएगा। रात 12 बजे जन्मोत्सव धूमधाम से मनाया जाएगा।
चौबदारवाड़ी स्थित बांके बिहारी मार्कण्डेय महाराज मंदिर में पीतल से निर्मित 21 किलो 500 ग्राम की गो प्रतिमा की स्थापना की जाएगी। बिड़ला मंदिर, इस्कॉन मंदिर, दादाजी धाम मंदिर, गुफा नेवरी, गिन्नौरी बांके बिहारी मंदिर मारवाड़ी रोड आदि मंदिरों में भी जन्मोत्सव मनेगा।
बरखेड़ी के अहीर यादव समाज मंदिर में राधा-कृष्ण का भारतीय मुद्राओं से श्रृंगार किया गया है। यहां पर 10 रुपए से लेकर 500 रुपए तक के नोट और सिक्के से श्रृंगार किया गया है। जन्माष्टमी के बाद अगर भक्त चाहेंगे तो जितने रुपए का नोट अथवा सिक्का है, वह अपने पास की मुद्रा देकर भगवान पर अर्पित मुद्रा ले जा सकते हैं।
अशोका गार्डन स्थित लाला लाजपत राय कॉलोनी में राधा-कृष्ण मंदिर में साज-सज्जा के लिए थाइलैंड और आॅस्ट्रेलिया से इंथोरियम, कानेशन, ओरटेक जैसे खूबसूरत फूल भेजे गए हैं। इसके अलावा हैदराबाद, जयपुर, चेन्नई आदि शहरों से भी फूल आए हैं।