छत्तीसगढ़, ओड़िशा, तेलंगाना, मध्यप्रदेश, राजस्थान, दिल्ली जैसे राज्यों को जेएसपीएल भेजे आॅक्सीजन सिलेंडर
रायपुर
कोरोना वायरस की लहर से देश संभल भी नहीं पाया था कि संक्रमण का दूसरा और भी भयावह रूप अब जब सामने आया है और संक्रमितों के इलाज के लिए मेडिकल आॅक्सीजन की कमी पड?े लगी है। ऐेसे में जिन्दल स्टील एंड पावर लिमिटेड (जेएसपीएल) के चेयरमैन और कुरुक्षेत्र के पूर्व सांसद नवीन जिन्दल ने अपने स्टील उत्पादक संयंत्रों में मेडिकल आॅक्सीजन का निर्माण शुरू किया और अब उसकी आपूर्ति न केवल छत्तीसगढ़ बल्कि मध्यप्रदेश, राजस्थान, दिल्ली, ओड़िशा, तेलंगाना जैसे कई राज्यों को भी करने की जिम्मेदारी ली और उसे पूरा करना भी शुरू कर दिया है। जिंदल ने भरोसा दिलाया है कि जेएसपीएल अन्य प्रदेशों और प्रतिष्ठित संस्थानों की ओर से आ रही मांग की आपूर्ति करने के लिए कृतसंकल्पित है।
जिन्दल ने देशवासियों को भरोसा दिलाया है कि संकट की इस घड़ी में वे उनके साथ हैं, पास हैं। उन्होंने कहा है कि देश हमारे लिए प्रथम है और कोविड 19 की दूसरी लहर को मात देने में जेएसपीएल केंद्र और राज्य सरकारों का हरसंभव सहयोग करने के लिए प्रतिबद्ध है। जेएसपीएल के अनुसार इस समय अंगुल प्लांट में 500 टन लिक्विड आॅक्सीजन का स्टॉक है, जिसका इस्तेमाल मरीजों की जान बचाने में किया जा सकता है। इसके अलावा जेएसपीएल प्रतिदिन 100 टन आॅक्सीजन उपलब्ध कराने में सक्षम है और राज्य सरकारों को सहयोग देने के लिए तैयार है। हाल ही में जेएसपीएल के रायगढ़ प्लांट से 16-16 टन के दो आॅक्सीजन टैंकर जबलपुर भेजे गए हैं। इसी तरह गुना जिले के राघवगढ़ में 16 टन का आॅक्सीजन टैंकर भेजा गयाहै। रायगढ़ प्लांट से भोपाल 1 टैंकर और दिल्ली 2 टैंकर रवाना किये गए हैं। रायगढ़ से ही रायपुर के लिए 16-16 टन के दो टैंकर भेजे गए। अंगुल प्लांट से 20 टन आॅक्सीजन तेलंगाना भेजी गई है।
गौरतलब है कि पिछले साल मार्च महीने में जब कोरोना संक्रमण की पहली लहर आई थी तब उसकी रोकथाम और मरीजों की जान बचाने के लिए अकेले ओडिशा में जेएसपीएल ने 750 टन आॅक्सीजन की आपूर्ति अपने अंगुल प्लांट से की थी। इसी तरह रायगढ़ से 50 टन आॅक्सीजन और 300 से अधिक सिलेंडरों की आपूर्ति जरूरतमंदों को की गई थी। अब एक बार फिर जेएसपीएल ने लोगों की जान बचाने के लिए आॅक्सीजन की सप्लाई का जिम्मा उठाया है।