घाटे में चल रही BCLL, बस आॅपरेटरों का 6 करोड़ का पुराना पेमेंट अटका
भोपाल
भोपाल सिटी लिंक लिमिटेड बीसीएलएल घाटे में चल रही है। कंपनी को बसों से कोई मुनाफा हो नहीं रहा। कंपनी के अफसर इस बात का रोना लंबे समय से रो रहे हैं। वहीं दूसरी तरफ बसों का संचालन कर रहे बस आॅपरेटरों को बीसीएलएल पुराना 6 करोड़ का पेमेंट नहीं कर पा रही। इससे बस आॅपरेटरों और कंपनी के आला अधिकारियों के बीच आए दिन तनातनी होती है। आॅपरेटर पिछले डेढ़-दो साल से पुराने पेमेंट को लेकर बीसीएलएल को कई बार चेतावनी दे चुके हैं। इतना ही नहीं बीसीएलएल के लिए 200 बसों का चलना मुश्किल हो रहा है। इसके बावजूद कंपनी 300 सीएनजी बसों को खरीदने के लिए करोड़ों रुपयों की डील करने जा रही है। अब सवाल यह खड़ा होता हैं कि जब बीसीएलएल पुरानी बसों का मेंटेनेंस नहीं कर पा रही तो क्या 300 बसों का संचालन कर पाएगी ।
बस आॅपरेटर और बीसीएलएल के बीच 6 करोड़ के पुराने भुगतान को लेकर लंबे समय से विवाद चल रहा है। बीसीएलएल का पुराना पेमेंट करने में बस आॅपरेटरों को पसीने छूट रहे हैं। शहर में दुर्गम्बा, एपी मोटर्स और जॉपहॉप टेक्नालॉजीस द्वारा किया जा रहा है। बीसीएलएल ने बस स्टाफ में कार्यरत ड्रायवर, कंडेक्टर और क्लिनर की सैलरी अटका रखी है। उनका कहना हैं कि लॉकडाउन के दौरान की सैलरी उनको नहीं मिली है।
बीसीएलएल 300 सीएनजी बसों के लिए हैदराबाद की इनक्यूबेट सॉफ्टेक कंपनी से अनुबंध करने जा रही है। कंपनी को 9 महीने के अंदर यह बसे लाना होंगी। इससे सिटी बसों की कुल संख्या 500 हो जाएगी। आईएसबीटी में बीसीएलएल ने करोड़ों रुपए में खरीदी बसें कंडम हो चुकी है। कबाड़ के भाव से भी कंडम हुई बसों को कोई खरीदार नहीं मिल रहा है। रूट की बसें भी मेंटेनेंस के अभाव में कंडम होने लगी हैं।