घर-घर सर्वे में पर्ची बांट कर कोरोना से बचाव व टीकाकरण के लिए प्रेरित कर रहे आंगनबाड़ी कार्यकर्ता
दुर्ग
जिले के दुर्ग ग्रामीण परियोजना क्षेत्र में रसमड़ा सेक्टर के गनियारी ग्राम पंचायत को कंटेनमेंट जोन घोषित करने के बाद हेल्थ वर्कर, फ्रंट लाइन वर्कर घर-घर जाकर सर्वे कर रहे हैं। इस दौरान वह लोगों को कोरोना के लक्षण सर्दी, खांसी बुखार सहित कोई भी समस्या होने पर कोरोना जांच कराने के लिए प्रेरित कर रहे है। साथ ही कोरोना की वैक्सीन लगवाने के लिए लोगों के घर-घर जाकर आंगनबाड़ी कार्यकतार्ओं व मितानिन द्वारा गृहभ्रमण कर फार्मेट भर कर जागरुकता के लिए पर्ची भी बांटी जा रही है । 45 से 65 उम्र के लोगों को वैक्सीनेशन सेंटर पर टीका लगवाने के लिए भी प्रेरित कर रहे हैं। जो लोग घर पर नहीं मिले, उन्हें फोन करके वैक्सीनेशन कराने की सूचना दी जा रही है।
ग्राम पंचायत गनियारी की आंगनबाड़ी कार्यकर्ता मिथलेश देवदास ने बताया, गांव के लगभग 500 से अधिक घरों में सर्वे का कार्य पूरा हो चुका है। इनमें सर्दी खांसी के मरीज मिलने पर 2 अप्रैल से लगातार ग्रामीणों को अलर्ट पर रखकर जांच व इलाज कराया जा रहा है। पिछले दिनों 70 से अधिक ग्रामीणों के कोरोना पॉजिटिव आने के बाद गनियारी को कंटेंमेंट जोन घोषित कर दिया गया है।
सर्वे में ग्राम पंचायत गनियारी की सरपंच पुष्पा ठाकुर, सचिव भोजकुमारी, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता मिथलेश देवदास व मीना देवदास, मितानिन रेखा साहू व ममता धनकर, महिला पुलिस, रोजगार सहायक एवं सहायिका का भी सहयोग लिया जा रहा है। इस दौरान ग्रामीणों को गर्म पानी पीने, मास्क लगाने, सेनेटाइजर का प्रयोग करने , कंटेंमेंट जोन में नहीं जाने, भीड़भाड़ से बचने, लक्षण नजर आने पर जांच कराने व वैक्सीन लगवाने के लिए प्रेरित किया जा रहा है। रसमड़ा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र को वैक्सीनेशन केंद्र भी बनाया गया है। ताकि लोग अपने नजदीकी केंद्र पर सुरक्षित टीकाकरण करा सकें। टीकाकरण के लिए हितग्राहियों को प्रथम डोज के बाद दूसरे डोज लगवाने के लिए टीकाकरण कार्ड में 28 दिन बाद का समय भी दिया जा रहा है।
महिला एवं बाल विकास परियोजना दुर्ग ग्रामीण के रसमड़ा सेक्टर की महिला पर्यवेक्षक श्रीमती शशी रैदास ने बताया, रसमड़ा सेक्टर के अंतर्गत 10 ग्राम पंचायतों की 24 आंगनबाड़ी कार्यकतार्ओं की टीम ग्राम पंचायत के सदस्यों सरपंच, सचिव, रोजगार सहायक, मितानिन, महिला पुलिस के साथ मिलकर घर-घर सघन सर्वे कर रहे हैं। अभियान के तहत रसमड़ा सेक्टर के 4,000 घरों में 23,000 व्यक्तियों का स्वास्थ्य सर्वे कर कोरोना को हराने को लक्षणों के आधार पर जांच की जा रही है। 2 अप्रैल से जारी सर्वे में आंगनबाड़ी कार्यकतार्ओं की टीम ने 190 लोगों में कोरोना के लक्षणो की पहचान की है। जिनका एंटीजन जांच व आरटीपीसीआर जांच के लिए सेम्पल भेजा गया है। रसमड़ा सेक्टर के अंतर्गत 4 टीकाकरण केंद्रों में लगभग दो सप्ताह तक सर्वे की वजह से 45 वर्ष से ऊपर के 3,700 हितग्राहियों को वैक्सीन लगाई गई है। जिला प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग ने वैक्सीनेशन का लक्ष्य निर्धारित कर जिले में 255 वैक्सीनेशन केंद्र भी बनाए हैं। जिससे लोग अपने नजदीकी केंद्र पर सुरक्षित टीकाकरण करा सकें। आज 4308 हितग्राहियों ने टीका लगवाया अब तक 16 जनवरी से 14 अप्रैल तक 3.67 लाख हितग्राहियों ने वैक्सीनेशन कराकर कोरोना महामारी को हमारी में योगदान प्रदान किया है।