क्रांति और हत्या का फर्क नहीं जानते नक्सली – डा गुप्ता
रायपुर
शहीद दिवस पर अखिल भारतीय शांति एवं एकजुटता संगठन, रायपुर इकाई के सदस्यों ने रायपुर के अंबेडकर चौक से शहीद भगतसिंह चौक तक यात्रा करते हुए क्रांतिकारी भगत सिंह, सुखदेव थापर और शिवराम राजगुरु की शहादत को याद किया। एप्सो रायपुर अध्यक्ष राकेश गुप्ता ने शहीद दिवस के दिन नारायणपुर नक्सल हमले में शहीद हुए जवानों को भाव भीनी श्रधांजलि देते हुए कहा नक्सल भटके हुए लोग हैं जो क्रांति और हत्या का फर्क नहीं जानते हैं। यह नक्सली घटना निंदनीय है। नक्सलियों को माओ नहीं भगतसिंह को पढ?े की जरूरत है जो कहते थे कि हिंसा किसी समस्या का हल नहीं है।
एप्सो रायपुर सचिव विनयशील ने कहा कि जो किसान आज दिल्ली बॉर्डर पर कृषि विरोधी बिल वापस लेने के लिए लड़ रहे हैं, जहाँ 200 किसान शहीद हो चुके हैं बिना उनको याद किए, उनके साथ खड़े हुए शहादत दिवस मानना बेइमानी है। यदि हम शहीद ए आजम भगतसिंह को मानने का दावा करते हैं तो जो केंद्र सरकार किसान, मजदूर और वंचित के खिलाफ काम कर रही है उनके साथ कभी नहीं हो सकते हैं।
साल 1931 में इस दिन स्वतंत्रता आंदोलनकारी भगत सिंह, राजगुरु और सुखदेव ने देश के लिए शहादत दी थी। हम सभी को उनसे देशभक्ति सीखने की जरूरत है इसी संदेश के साथ एप्सो रायपुर सदस्यों ने आदरांजलि अर्पित की। रायपुर से चांडक, दुर्गा कॉलेज के प्राचार्य तिवारी, अरुण कांत शुक्ला, रविन्द्र पाणिग्राही, रविन्द्र यादव, श्याम, प्रशांत, दिव्या कुमारी, पुष्पलता वैष्णव तथा नागरिक समाज के लोग शामिल हुए।