नई दिल्ली
पाकिस्तानी टीम के कप्तान और दाएं हाथ के बल्लेबाज बाबर आजम ने बीते दिनों भारतीय कप्तान विराट कोहली को पछाड़ते हुए ODI में नंबर 1 की रैंकिंग हासिल की। साउथ अफ्रीका के खिलाफ खेली गई सीरीज में बेहतरीन प्रदर्शन से बाबर ने साल 2017 से गद्दी पर बैठे विराट को गिरा दिया। ODI में नंबर 1 की रैंकिंग हासिल करने वाले बाबर पाकिस्तान के चौथे बल्लेबाज ही हैं।
बाबर पिछले कुछ सालों से पाकिस्तान की ओर से खेलते हुए सभी फॉर्मेट में अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं। इससे पहले जहीर अब्बास ने 1983 में, जावेद मिायादाद ने 1988 में और मोहम्मद यूसुफ ने 2003 में ICC लिस्ट में ODI की नंबर 1 रैंक हासिल की थी।
रन मशीन और रिकॉर्ड ब्रेकर विराट कोहली हमेशा से अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में रिकॉर्ड तोड़ने के लिए जाने जाते हैं। कोहली अभी क्रिकेट जगत के सूर्य हैं। ऐसे में बाबर का विराट कोहली से आगे आना एक बार फिर भारतीय बल्लेबाज और पाकिस्तानी बल्लेबाज की तुलना का कारण बन गया है।
टी-20 में बनाए सबसे तेज हजार रन
बाबर आजम ने साल 2018 नवंबर में विराट कोहली का टी-20 में सबसे तेज 1,000 रन बनाने का रिकॉर्ड तोड़ दिया था। विराट ने जहां टी-20 में 1,000 रन बनाने के लिए 27 पारियें ली वहीं बाबर ने 26 पारियों में इस मुकाम को हासिल किया था। हालांकि वो ज्यादा समय तक नंबर एक नहीं रह पाए और इंग्लैंड के बल्लेबाज डेविड मिलान ने उनका रिकॉर्ड तोड़ दिया। मिलान ने केवल 24 इनिंग में सबसे तेज 1,000 रन बनाए।
सबसे तेज 13 ODI शतक
साउथ अफ्रिका के खिलाफ 103 रनों की शानदार पारी की बदौलत पाकिस्तानी बल्लेबाज बाबर ने ODI में सबसे तेज 13 शतक बनाने का रिकॉर्ड अपने नाम किया। बाबर ने यह मुकाम केवल 76 पारियों में हासिल किया। उन्होंने ऐसा करके हाशिम अमला और विराट कोहली का रिकॉर्ड तोड़ दिया। जहां साउथ अफ्रीकी बल्लेबाज हाशिम ने यह मुकाम 83 पारियों में हासिल किया, वहीं विराट कोहली ने 86 पारियों में इस मुकाम को हासिल किया था।
ODI में 3000 रन
बाबर आजम 2019 आईसीसी वर्ल्ड कप में न्यूजीलैंड के खिलाफ शानदार पारी खेल ODI में दूसरे सबसे तेज 3000 रन बनाने वाले बल्लेबाज बने। बाबर ने 68 पारियों में इस मुकाम को हासिल किया। उससे पहले विराट कोहली ने यह मुकाम 75 पारियों में हासिल किया था। साउथ अफ्रीका के बल्लेबाज हाशिम अमला अब भी ODI में सबसे तेज 3000 रन बनाने की लिस्ट में पहले स्थान पर है। अमला को यह मुकाम हासिल करने में केवल 57 पारियां लगी थी।