कोविड वैक्सीनेशन के अलावा मंगलवार, शुक्रवार के टीके प्राथमिकता से लगाये जायें – कलेक्टर
मुरैना
स्वास्थ्य विभाग के अन्तर्गत कोविड वैक्सीन के अलावा प्रत्येक मंगलवार और शुक्रवार को गर्भवती महिलाओं को टीकाकरण का कार्य जिले के सभी स्वास्थ्य केन्द्रों एवं गांव-गांव पहुंचकर आशा, एएनएम द्वारा किया जाता है। इस टीके को भी स्वास्थ्य एवं महिला बाल विकास विभाग गंभीरता से लें और गर्भवती महिलायें इस टीके से वंचित नहीं होनी चाहिये। ये निर्देश कलेक्टर श्री बी.कार्तिकेयन ने गत दिवस गूगल मीट के माध्यम से संबंधित अधिकारियों को दिये। गूगल मीट के माध्यम से जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री रोशन कुमार सिंह, अपर कलेक्टर श्री नरोत्तम भार्गव, समस्त एसडीएम, तहसीलदार, स्वास्थ्य, नगर निगम कमिश्नर, जिले के समस्त सीएमओ, बीएमओ, सीडीपीओ आदि जुड़े हुये थे।
कलेक्टर श्री बी.कार्तिकेयन ने जिले के समस्त अधिकारियों को कहा है कि प्रदेश सरकार द्वारा कोविड वैक्सीनेशन महाअभियान में दो दिवस के लिये मुरैना जिले को 60 हजार का लक्ष्य दिया गया था, जिसमें समस्त अधिकारियों, जनप्रतिनिधियों ने भरसक प्रयास कर इस लक्ष्य को 1 लाख से ऊपर किया। इसी प्रकार अधिकारी जो भी अन्य योजनायें चल रहीं है, उनमें भी मेहनत करके कार्य करेंगे तो जिला जरूर टॉप-5 में रहेगा। उन्होंने कहा कि मुरैना जिले द्वारा कोविड वैक्सीनेशन में टॉप-5 के बॉटम में रहा। हमें इसी प्रकार से और आगे कोविड वैक्सीनेशन में कार्य करने की जरूरत है, तभी संपूर्ण मुरैना जिले को बहुत जल्द ही कोरोना वायरस से सुरक्षा प्रदान कर पायेंगे।
कलेक्टर ने कहा कि कोविड वैक्सीनेशन के अलावा सप्ताह में मंगलवार और शुक्रवार को गर्भवती महिलाओं के टीकाकरण का कार्य किया जाता है। जिले में आज की तिथि में 71 हजार महिलायें गर्भवती चिन्हित की गई है, इन महिलाओं को मंगल और शुक्रवार को विभिन्न बीमारियों से छुटकारा पाने के लिये ये टीके बहुत महत्वपूर्ण होते है, इसलिये इन टीको पर भी स्वास्थ्य कर्मी विशेष ध्यान दें। मेरे द्वारा भ्रमण के दौरान कहीं से भी किसी भी प्रकार की शिकायत नहीं मिलनी चाहिये कि कोविड के कारण मंगलवार और शुक्रवार के टीके को स्वास्थ्य विभाग गंभीरता से नहीं ले रहा है।
कलेक्टर ने इस संबंध में पीएम स्वनिधि योजना, पिंक पर्ची वितरण, सिंगल क्लिक राहत राशि वितरण, अतिवर्षा से हुये फसल प्रभावित का सर्वे की विस्तार से समीक्षा की। जिसमें अपर कलेक्टर द्वारा एक-एक गांव की वस्तुस्थिति से कलेक्टर को अवगत कराया।