कोरोना संक्रमित माओवादी हरिभूषण के बाद भारतक्का की मौत
जगदलपुर। 13 दिन में नक्सलियों के तीन बड़ कमांडर की कोरोना संक्रमण से मौत हो चुकी हैं और अब तक 10 से ज्यादा बड़े नक्सली कारोना संक्रण के चलते दम तोड़ चुके हैं। दो चार दिन पूर्व 40 लाख के ईनामी नक्सली की मौत के ठीक दो दिन बाद इंद्रावती एरिया कमेटी में सक्रिय महिला माओवादी भारतक्का की कोरोना से मौत हो गई। कोरोना संक्रमण से हुई नक्सलियों की मौतों की जानकारी माओवादी प्रवक्ता जगन ने गुरूवार को मीडिया को जारी की गई विज्ञप्ती में दी। इसकी पुष्टि तेलगांना कोत्तागुडम जिले के पुलिस कप्तान सुनील दत्त ने की है।
माओवादी प्रवक्ता जगन द्वारा जारी मीडिया को जारी की गई विज्ञप्ती में जानकारी दी गई है कि 40 लाख रुपए के इनामी माओवादी हरिभूषण के बाद अब इंद्रावती एरिया कमेटी में सक्रिय महिला माओवादी भारतक्का की भी मौत हो गई और दोनों की चिताएं छत्तीसगढ़ और तेलंगाना राज्य की सीमावर्ती इलाके में जला दी गई। महीने भर में हुई 10 से ज्यादा नक्सलियों की मौत नक्सलियों पर कोरोना का जबरदस्त कहर देखने को मिला है। 15 दिन के अंदर नक्सलियों के 3 बड़े नक्सली नेताओं की कोरोना से मौत हुई है। जिनमें 10 जून को कट्टी मोहन राव उर्फ दामू दादा, 21 जून को हरिभूषण, 22 जून को भारतक्का की मौत हुई है। इसके अलावा महीने भर में देवे, रूपी, गंगा,सुदरु, मुन्नी, रीना सहित अन्य नक्सलियों की भी मौत हुई है।
पुलिस कप्तान सुनील दत्त द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार कोरोना संक्रमित भारतक्का व कट्टी मोहन राव उर्फ दामू दादा दोनों पति-पत्नी थे। दोनों लंबे समय से बीमार थे। दामू दादा को शुगर थी और कोरोना सहित अन्य बीमारियों से ग्रसित थेदूसरी ओर दामू की पत्नी भारतक्का भी कोरोना से जूझ रही थी,10 जून की सुबह दामू ने दम तोड़ा तो वहीं ठीक 12 दिनों बाद 22 जून को पत्नी भारतक्का की मौत हो गई। नक्सली प्रवक्ता जगन के अनुसार 24 घंटे में माओवादियों ने 2 चिताएं जलाई। 21 जून की सुबह 8 बजे तेलंगाना स्टेट कमेटी के सचिव हरिभूषण ने दम तोड़ दिया था। वहीं 22 जून की सुबह 10 बजे पर भारतक्का की मौत हो गई। ये दोनों माओवादी नेता पिछले कई दिनों से कोरोना से जूझ रहे थे।