कोरोना वायरस की वैक्सीन लगने के बाद इन बातों का रखना होगा ख्याल
नई दिल्ली
पीएम के साथ इस दौरान भारत के सभी राज्यों और केन्द्रशासित प्रदेशों के 3006 टीकाकरण केन्द्रों पर वैक्सीनेशन हो रहा है। टीकाकरण अभियान में पहले दिन करीब तीन लाख हेल्थ वर्कर्स को वैक्सीन दी जाएगी। साथ ही टीकाकरण के पूरे अभियान को को-विन ऐप के जरिए मैनेज किया जाएगा। टीकाकरण के साथ ही यह भी साफ कर दिया है कि यह टीका किसे दिया जा सकता है, किसे नहीं। गर वैक्सीनेशन के लिए आपका नंबर आता है तो कई बातों का ख्याल रखना जरूरी है।
वैज्ञानिकों का कहना है कि वैक्सीन लगवाने के बाद भी आपको मास्क लगाना होगा और तमाम एहतियात बरतने होंगे। स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, इमरजेंसी इस्तेमाल के लिए मंजूर की गईं दोनों वैक्सीन – सीरम इंस्टीट्यूट की कोविशील्ड और भारत बायोटेक की कोवैक्सीन को 18 साल या उससे ज्यादा के लोगों को ही लगाया जाएगी। कोरोना से बचने के लिए जिन नियमों का पालन हम अभी कर रहे हैं, (जैसे- मास्क पहनना, छह फीट की सुरक्षित शारीरिक दूरी रखना और हाथ धोना), वैक्सीन लगने के बाद भी उन नियमों का पालन करते रहना जरूरी है। तभी वायरस से आप बचे रह सकते हैं।
गर्भवती और बच्चे को दूध पिलाने वाली महिलाओं को भी वैक्सीन नहीं लगाई जाएगी, क्योंकि इन पर वैक्सीन का परीक्षण नहीं हुआ है। कोरोना के लक्षणों वाले शख्स को भी वैक्सीन नहीं दी जाएगी। जो लोग कोरोना संक्रमण से ठीक हो चुके हों, या जिन्हें प्लाज्मा थेरेपी दी गई हो, उन्हें भी ठीक होने के बाद चार से आठ हफ्ते तक टीका नहीं लगाया जाएगा।विशेषज्ञ कहते हैं हर व्यक्ति को टीके की दो खुराक लेनी होगी जो 28 दिन के अंतराल पर दी जाएगी और दूसरी खुराक लेने के दो हफ्ते बाद कोरोना के खिलाफ एंटीबॉडी विकसित होती है, ऐसे में वैक्सीन लगने के बाद भी कोविड नियमों का पालन करते रहना जरूरी है, जब तक कि एंटीबॉडी विकसित नहीं हो जाती है।