कोरोना लॉकडाउन में हुई 74 हजार करोड़ रुपए की फसल खरीद: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण
नई दिल्ली
20 लाख करोड़ के राहत पैकेज के रोडमैप को लेकर केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण आज तीसरी बार प्रेस कॉन्फ्रेंस कर रही हैं। वे प्रेस कॉन्फ्रेंस के जरिए इस पैकेज के तीसरे हिस्से की बारीकियों के बता रही हैं। वह बता रही हैं कि 20 लाख करोड़ का इस्तेमाल किन-किन क्षेत्रों में किया जाएगा और इन्हें कितनी राशि दी जाएगी। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि पीएम मोदी ने 12 मार्च को आत्मनिर्भर भारत के लिए सप्लाई चेन और डेमोग्राफी की बात की थी। आज कृषि और इससे जुड़ी गतिविधियों पर फोकस रहेगा। उन्होंने कहा कि भारत की अधिकांश जनसंख्या कृषि पर आधारित है। आज इनके लिए 11 कदमों का ऐलान किया जाएगा।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कि कोरोना लॉकडाउन के दौरान किसानों के लिए कई कदम उठाए गए। एएसपी के रूप में उन्हें 74 हजार 300 करोड़़ रुपए खर्च किए गए हैं तो पीएम किसान के जरिए उन्हें 18 हजार 700 करोड़ रुपए दिए गए हैं। पीएम फसल बीमा योजना के तहत 6400 करोड़ रुपए का मुआवाजा दिया गया है। लॉकडाउन के दौरान दूध की डिमांड 20-25 पर्सेंट घट गई थी इसलिए उनका 11 करोड़ लीटर अतिरिक्त दूद की खरीद की गई ह। इस पर 4100 करोड़ रुपए खर्च किए गए।
इससे पहले बुधवार और गुरुवार को उन्होंने एमएसएमई, नौकरी पेशा, टैक्सपेयर्स, किसानों, छोटे व्यापारियों, फेरीवालों और प्रवासी मजदूरों के लिए राहत का ऐलान कर चुकी हैं। कोरोना वायरस संकट को अवसर में बदलने के लिए पीएम नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को 20 लाख करोड़ रुपए के पैकेज का ऐलान करते हुए देश के सामने 'आत्मनिर्भर भारत' के महत्वाकांक्षी मिशन का ऐलान किया था। इसके बाद वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने लगातार दो दिन पैकेज का ब्योरा देश के सामने रखा है।
पहले हिस्से में सीतारमण ने सैलरी वालों को बड़ी राहत का ऐलान किया। उन्होंने कहा कि टीडीएस और टीसीएस को 25 फीसदी घटाया जाएगा। सभी तरह के रिफंड मे तेजी लाई जाएगी और सभी इनकम टैक्स रिटर्न 30 नवंबर 2020 तक भरा जाएगा।