किसान आंदोलन नहीं हुआ तो देश बेचा जाएगा: राकेश टिकैत
शिवमोग्गा
भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत ने शनिवार (20 मार्च) को कर्नाटक के शिवमोग्गा में एक किसान सभा को संबोधित करते हुए केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार पर जमकर निशाना साधा। बीकेयू नेता राकेश टिकैत ने कहा, बेंगलुरु में एक 'दिल्ली' बनाने की जरूरत है। राकेश टिकैत के कहने का मतलब था कि बेंगलुरु में दिल्ली जैसा किसान आंदोलन होना चाहिए। राकेश टिकैत ने कहा, ''आपको बेंगलुरु में एक 'दिल्ली' बनाने की जरूरत है, इसे (केंद्र सरकार) हर तरफ से घेरा जाए। पीएम ने कहा है कि किसान फसलें कहीं भी बेच सकते हैं। इसलिए आप अपनी फसलें डीसी, एसडीएम के कार्यालयों में ले जाएं और वहां जाने से अगर आपको पुलिस रोकती है तो तो उन्हें एमएसपी पर फसलें खरीदने के लिए कहें।''
दिल्ली में जारी किसान आंदोलन को लेकर राकेश टिकैत ने कहा, ''अगर यह किसानों का आंदोलन नहीं हुआ तो, तो देश बेचा जाएगा और आप अगले आने वाले 20 सालों में अपनी जमीन खो देंगे। लगभग 26 प्रमुख सार्वजनिक उपक्रम निजीकरण की प्रक्रिया में हैं। हमें इस बिक्री को रोकने का संकल्प लेना होगा।'' भारत में केंद्र सरकार द्वारा लाई गई तीन कृषि कानूनों को लेकर किसान आंदोलन देश में लगभग 120 दिनों से जारी है। किसान नेताओं का कहना है कि सरकार ये तीन कृषि कानून को रद्द कर दे। तीन कृषि कानून को लेकर संयुक्त किसान मोर्चा ने शनिवार को एक संसदीय समिति से विशेष आग्रह किया है। जिसमें उन्होंने कहा है कि केंद्र सरकार 'आवश्यक वस्तु (संशोधन) अधिनियम-2020' को लागू कर दे। बता दें कि ये अधिनियम भी उन तीनों कानूनों में से एक है, दिसके खिलाफ किसान आंदोलन कर रहे हैं।