भोपालमध्य प्रदेश

कांग्रेस को जल्द मिलेगा नया NSUI प्रदेश अध्यक्ष

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भोपाल
एक लोकसभा और 3 विधानसभा के संभावित चुनाव के साथ ही प्रस्तावित नगरीय निकाय ,पंचायत और मंडी चुनाव के मद्देनजर कांग्रेस ने अपने मुख्य संगठन के साथ ही सहयोगी संगठनों को भी मजबूत करने का क्रम शुरू कर दिया है। महिला कांग्रेस अध्यक्ष के निधन के बाद रिक्त हुए पद पर पिछले महीने ही इंदौर के अर्चना जायसवाल की नियुक्ति की गई है। इसी क्रम में अब अपने छात्र इकाई एनएसयूआई को भी नया प्रदेश अध्यक्ष देने के अतिरिक्त जिला इकाइयों के भी गठन की प्रक्रिया तेजी से शुरू किया जा चुकी है। इस बात का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि एनएसयूआई के मौजूदा प्रदेश अध्यक्ष और विधायक विपिन वानखेड़े ने लंबे समय तक इस पद में रहने के बाद अब त्यागपत्र देने की पेशकश भी कर दी है।

एनएसयूआई प्रदेश अध्यक्ष के एक दर्जन से भी ज्यादा दावेदारों के इंटरव्यू दिल्ली स्थित राष्ट्रीय कार्यालय में हो चुका है। सूत्र बताते हैं कि इनकी छानबीन चल रही है और शीघ्र ही किसी एक नाम पर निर्णय लेकर आम सहमति बनाई जा सकती है। युवक कांग्रेस और महिला कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष मालवा अंचल से बनाए गए हैं ऐसी दशा में अब सत्ता परिवर्तन के बाद कमजोर माने जाने वाले ग्वालियर -चंबल अंचल को एनएसयूआई प्रदेश अध्यक्ष के लिए प्राथमिकता दी जा सकती है। इस प्रक्रिया को पूरा करने और नया प्रदेश अध्यक्ष देने के बाद बाल कांग्रेस के गठन की भी प्रक्रिया अति शीघ्र शुरू की जा सकती है। क्योंकि यह संगठन कांग्रेस  के लिए बिल्कुल नया होगा और 16 से 20 साल तक के आयु सीमा के स्कूली छात्रों को इसमें शामिल किया जाएगा ।

इसलिए इसके गठन की हर पहलू पर गंभीरता से विचार विमर्श किया जा रहा है ,ताकि आने वाले दिनों में कांग्रेस की विचारधारा से टूटकर बिखर रहे या अपना नही पा रहे युवा तुर्क को ना सिर्फ बाल कांग्रेस बल्कि उसके बाद एनएसयूआई और युवक कांग्रेस का भविष्य में अंग बनाया जा सके। बरहाल एनएसयूआई प्रदेश अध्यक्ष को लेकर पार्टी स्तर पर खेमे बाजी भी शुरू हो गई है और सभी वरिष्ठ नेता अपने पसंद के छात्र नेता को इस पद पर बैठाने की कोशिश में लग गए हैं।

विपिन वानखेड़े ने किया रास्ता साफ
 लंबे समय से भारतीय राष्ट्रीय छात्र संगठन के प्रदेश अध्यक्ष रहे विधायक  विपिन वानखेड़े ने अंततः अध्यक्ष पद छोड़ने की घोषणा कर दी है। इससे नए अध्यक्ष बनने का रास्ता साफ हो गया है। उन्हें प्रदेश में कांग्रेस के युवा चेहरा के रूप में देखा जाता है। युवक कांग्रेस अध्यक्ष के लिए भी उनके नाम की चर्चा चली थी। 2018 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने उन्हें  अनुसूचित जाति आरक्षित सीट आगर से विधानसभा का चुनाव लड़ाया  था किंतु बीजेपी के मनोहर ऊंटवाल से उन्हें पराजित होना पड़ा। ऊंटवाल के निधन के बाद रिक्त हुये इस सीट पर हुए उपचुनाव में कांग्रेस ने फिर से विपिन वानखेड़े पर ही दांव लगाया और इस बार वे विधायक चुने गए।

यह है प्रमुख दावेदार
सचिन द्विवेदी ग्वालियर प्रदेश महासचिव एनएसयूआई

  • शिवराज यादव  ग्वालियर        जिलाध्यक्ष  ,        
  •  आकाश शर्मा     मुरैना        पूर्व जिलाध्यक्ष     
  • आशुतोष चौकसे   भोपाल        जिलाध्यक्ष   ,        
  • अंशु मिश्रा             कटनी        जिला अध्यक्ष ,
  •  प्रीतेश शर्मा         उज्जैन     प्रदेश उपाध्यक्ष ,
  • अमित पटेल          इंदौर         जिलाध्यक्ष   ।
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