एक बार फिर सुर्खियों में पृथक विंध्य प्रदेश का मसला
क्षेत्र की उपेक्षा का आरोप, 7 जिले को मिलाकर अलग राज्य बनाने की उठी मांग
भोपाल
मध्य प्रदेश के विंध्य क्षेत्र की लगातार उपेक्षा का आरोप लगता रहा है, इसे लेकर पृथक विंध्य प्रदेश की मांग भी समय-समय पर उठती रही है . इस बार इस मांग को लेकर झंडा उठाया है सतना जिले के मैहर क्षेत्र के बहुचर्चित भाजपा विधायक नारायण त्रिपाठी ने . उन्होंने इस मांग को लेकर न सिर्फ क्षेत्र के सांसदों, विधायकों और अन्य जनप्रतिनिधियों से पत्राचार शुरू कर दिया है बल्कि इसे लेकर एक बड़ा आंदोलन खड़ा करने की तैयारी भी शुरू कर दी है. उन्होंने यह भी ऐलान किया है कि इस मांग को लेकर विंध्य क्षेत्र की आवाज बुलंद करने के लिए क्षेत्र के सभी जिले और कस्बाई इलाके में दौरा कर सभा करेंगे. उनकी तैयारी इसके बाद अपनी मांग को लेकर राजधानी भोपाल में एक बड़ा प्रदर्शन कर अपनी मांगों के संदर्भ में मुख्यमंत्री और प्रदेश सरकार को अवगत कराना भी है.
त्रिपाठी ने जनसमर्थन जुटाने के लिए प्रेशर पोलिटिक्स के साथ इमोशनल कार्ड भी खेला है . उन्होंने क्षेत्र के लोगों को चेतावनी दी है कि यदि इस मांग को बुलंद नहीं किया गया तो इतिहास उन्हें माफ नहीं करेगा और यदि पृथक बुंदेलखंड बना तो विंध्य को उसका हिस्सा बनना पड़ेगा . इसके साथ ही उसने मेहर को जिला बनाने की अपनी पुरानी मांग को भी हवा देना शुरू कर दिया है . भाजपा को उनकी यह मुहिम रास नहीं आ रही है और उन्हें प्रदेश कार्यालय तलब कर फटकार लगाई गई है .
वी डी ने लगाई फटकार
भाजपा विधायक नारायण त्रिपाठी द्वारा पृथक विंध्य प्रदेश की मांग बुलंद किए जाने को लेकर प्रदेश भाजपा संगठन ने नाराजगी व्यक्त की है। पार्टी का मानना है कि संगठन को जानकारी दिए बगैर इस तरह की बैठक करना और सार्वजनिक बयान बाजी करना पार्टी लाइन से हटकर कार्य है. इसे लेकर शनिवार को त्रिपाठी को प्रदेश भाजपा कार्यालय तलब किया गया . जहां प्रदेश भाजपा अध्यक्ष वीडी शर्मा ने उनको कड़ी फटकार लगाई है .
कमलनाथ से नजदीकी
मैहर के भाजपा विधायक त्रिपाठी की कमलनाथ से नजदीकी जग जाहिर है . उन्होंने उनके शासनकाल में विधानसभा के पटल पर लाए गए एक संशोधन विधेयक में भाजपा के एक अन्य विधायक के साथ सरकार के समर्थन में मतदान किया था ,और उसी दिन कांग्रेस में शामिल होने की घोषणा भी की थी . बाद में जब कई विधायक और मंत्री कमलनाथ सरकार से बगावत पर उतर आए थे तब त्रिपाठी कई बार सीएम हाउस में कमलनाथ सरकार का बचाव करने के लिए सक्रिय दिखे .
बड़े दल बदलू की छवि
पृथक विंध्य प्रदेश की मांग को बुलंद करने वाले भाजपा विधायक नारायण त्रिपाठी की छवि प्रदेश में एक बड़े दल बदलू के रूप में कायम है . उन्होंने प्रदेश के सक्रिय राजनीतिक दल बसपा, सपा ,कांग्रेस और भाजपा में शामिल रह कर एक बड़े दल बदलू राजनेता के रूप में पहचान कायम की है .सपा के बाद कांग्रेस के विधायक भी रह चुके हैं और अब भाजपा के विधायक हैं. संभवत यही कारण है कि उनकी राजनीतिक प्रतिबद्धता पर सदैव ही प्रश्न चिन्ह लगता रहा है .
हनी ट्रैप में भी आया था नाम। हमेशा मीडिया में सुर्खियां बटोरने वाले नारायण त्रिपाठी का नाम प्रदेश के बहुचर्चित हनी ट्रैप मामले में भी सामने आया था। मामले में गवाही देते हुए एक महिला ने उनके ऊपर शोषण का आरोप लगाया था। इसके बावजूद मामले की जांच कर रही एसआईटी ने इसे संज्ञान में लिए बगैर ही मामले पर पूरी तरह लीपापोती कर दिया। महिला ने स्पष्ट किया था कि उन्हें पूरा माल के पास एक प्लेट में बुलाया गया और उसका दैहिक शोषण किया गया।