आधुनिक सुविधाओं के चलते अधिकारियों की पहली पसंद बनी अकादमी
भोपाल
प्रदेश के आईएएस अफसरों को कोरोना संक्रमित होने पर कोरेंटाईन करने के लिए राज्य सरकार प्रशासन अकादमी के हॉस्टल को सुसज्जित कोरेंटाईन सेंटर बनाने जा रही है। अकादमी परिसर में अकादमी में काम करने वाले अधिकारियों और कर्मचारियों के पचास से अधिक परिवार रहते है। कोविड सेंटर बनाए जाने की खबर से उनमें दहशत का माहौल है। सूत्रों के मुताबिक प्रशासन अकादमी के हास्टल इस समय खाली पड़े है इसलिए सरकार यहां कोरेंटाईन सेंटर बना रही है।
इसके लिए तैयारियां शुरु कर दी गई है। प्रशासन अकादमी में दो नंबर के गेट को छोड़कर शेष सभी गेट बंद कर दिए गए है। इसके अलावा यहां बेरिकेडिंग कर दी गई है। यहां रहने वाले परिवार भी इसी रास्ते का उपयोग कर अकादमी में अंदर आ और जा सकते है। प्रशासन अकादमी में जो कोविड सेंटर बनाया जा रहा है वह पूरी तरह सुसज्जित कोरेंटाईन सेंटर होगा। खबर यह है कि यहां केवल वीआईपी आईएएस, एसएएस अफसरों को कोरेंटाईन किया जाएगा। प्रदेशभर में जो भी आईएएस और एसएएस अफसर कोरोना संक्रमित होंगे उन्हें यहां रखा जाएगा।
प्रशासन अकादमी परिसर में कुछ आईएएस अफसर, कुछ अधिकारी, कर्मचारी परिवार सहित रहते है। लगभग पचास परिवार यहां रहते है। कोरोना संक्रमितों के लिए कोरेंटाईन सेंटर बनाए जाने से उनमें दहशत का माहौल है। क्योंकि संक्रमित मरीज यहां आएंगे तो उनसे कोरोना संक्रमण फैलने का डर कई गुना बढ़ जाएगा।
प्रशासन अकादमी के वीआईपी कोरेंटाईन सेंटर को आईएएस अफसर इसलिए पसंद करते है क्योंकि यहां उपलब्ध जिम, वाकिंग ट्रेक और अन्य सुविधाओं का लाभ मिल जाती है। एक महिला आईएएस तो यहां के स्वीमिंग पुल का उपयोगअपने लिए कराना चाहती थी लेकिन प्रशासन अकादमी के तत्कालीन डीजी ने इसकी अनुमति नहीं दी।