आंदोलनरत बीएसपी कर्मियों से झड़प के बाद पुलिस ने भांजी लाठियां, 5 घायल
भिलाई
वेज रिवीजन को लेकर कल बुधवार 30 जून की सुबह से भिलाई स्टील प्लांट में शुरू हुई हड़ताल में देर रात पुलिस ने आंदोलनकारियों पर लाठियां भांजी। पुलिस की बस में भर कर प्लांट के अंदर भेजे जा रहे कर्मियों की वजह से यह विवाद शुरू हुआ जो पुलिस द्वारा लाठी चार्ज के साथ बीता। इस लाठी चार्ज में एचएमएस के अध्यक्ष एचएस मिश्रा व महासचिव प्रमोद कुमार मिश्रा सहित 5 कर्मी घायल हो गए।
प्राप्त समाचारों के अनुसार 30 जून की रात नाइट शिफ्ट में मैनेजमेंट फिर एक बार 5 बसों में भरकर कर्मियों को प्लांट के अंदर ले जाना चाह रहा था। यह सारे कर्मी प्लांट में जरूरी इकाइयों के संचालन के लिए पुलिस की सुरक्षा में पुलिस की बस में भेजे जा रहे थे। रात करीब 11 बजे अचानक 5 बस आते देख पहले कर्मियों ने समझा कि पुलिस जवानों की बस है, इसलिए उन्होंने 2 बस को जाने भी दिया। लेकिन जब आंदोलनकारी कर्मियों ने ध्यान से देखा तो पता चला कि बीएसपी कर्मी हैं, जिन्हें पुलिस सुरक्षा में प्लांट भेजा जा रहा है। इससे आंदोलनकारी उत्तेजित हो गए और तीन बसों को रोक लिया। इस दौरान पुलिस जवानों से इन कर्मियों की झड़प हुई। जब कर्मी किसी भी सूरत में बस को अंदर नहीं जाने दे रहे थे, तो ऐसे में पुलिस ने लाठियां भांजनी शुरू कर दी। इससे कर्मी तितर-बितर हुए। इस दौरान करीब 5 कर्मियों को गंभीर से हल्की चोटें आई है।
उल्लेखनीय है कि बीएसपी कर्मियों का यह आंदोलन बुधवार 30 जून की सुबह से शुरू हुआ था। वेज रिवीजन में देरी की वजह से बीएसपी कर्मी बेहद आक्रोशित हैं और इसका असर आंदोलन में भी दिखा। दिन में कई बार बीएसपी मैनेजमेंट ने जरूरी विभागों के संचालन के लिए अफसरों और कार्मिकों को अंदर भेजने की रणनीति बनाई इसके लिए भिलाई विद्यालय में ऐसे कर्मियों को इक_ा किया गया और वहां से बसों व एंबुलेंस में भरकर ले जाया गया लेकिन बीएसपी के सभी गेट पर डटे मजदूर नेताओं और कर्मियों ने सख्ती से विरोध कर ऐसी सभी बस और एंबुलेंस को रोक दिया इसके बाद शाम होते तक मैनेजमेंट के लिए बीएसपी की कई जरूरी कार्यों का संचालन करना मुश्किल हो गया ऐसे में मैनेजमेंट ने फिर एक बार बसों में कर्मियों को ले जाना शुरू किया। इस बार रणनीति बदलते हुए पुलिस बस का इस्तेमाल किया गया। इसी दौरान झड़प के बाद लाठी चार्ज की नौबत आई। घटना के बाद से इक्विपमेंट शॉप सेक्टर 1 में तनाव का माहौल है और तमाम मजदूर नेता दूसरे दिन भी इक्विपमेंट्स चौक पर इक हैं।