राजनीतिक

असम: चाय बागान से लेकर कामाख्या मंदिर तक… आखिर राहुल गांधी को क्यों जोड़ने पड़ रहे हाथ?

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बुधवार को राहुल गांधी असम के गुवाहाटी पहुंचे। यहां उन्होंने कामाख्या देवी मंदिर में दर्शन किए। इससे पहले भी राहुल गांधी चुनावी राज्यों के मंदिरों में जा रहे हैं। असम चुनाव कांग्रेस के लिए बहुत मायने रखता है क्योंकि पिछले चुनाव में सत्ता की चाबी बीजेपी के पास चली गई थी। अब कांग्रेस उसे वापस पाने के लिए पूरी कोशिश कर रही है। राहुल गांधी लगातार असम के लोगों से हाथ जोड़कर कांग्रेस को जिताने को कह रहे हैं।

बीजेपी तीन मुद्दों पर कमजोर, कांग्रेस भुनाने में जुटी
सीएए पर विरोध, मजबूत विपक्षी गठबंधन, चाय बागानों में मजदूरों की नाखुशी जैसे मसलों के बीच बीजेपी तीन मुद्दों पर इसकी भरपाई करने की कोशिश कर रही है। इन तीनों मुद्दों पर कुछ हद तक लोगों के बीच स्वीकार्यता भी दिखती है। वहीं कांग्रेस इन तीनों मुद्दों को लेकर लगातार बीजेपी को घेरती नजर आ रही है।

हिंदू वोटरों को पक्ष में करने की कवायद
कहा जा रहा है कि असम में मुस्लिम वोटर सीएए के विरोध के चलते बीजेपी से नाराज है। वैसे भी माना जाता है कि बीजेपी को मुसलमान वोट नहीं करता है। कांग्रेस इस बात से आश्वस्त है कि उन्हें असम के मुसलमान खुलकर वोट देंगे। अब राहुल गांधी सिर्फ हिंदू वोटरों को लुभाने के लिए काम कर रहे हैं। वह मंदिरों के दौरे कर रहे हैं ताकि हिंदू विरोध होने का जो टैग लगा है उसे हटाया जा सके। राहुल हाथ जोड़कर, माथे पर तिलक लगाए, कांधे पर लाल रंग की चुनरी ओढ़ने और मंदिर की परिक्रमा करने जैसी अपनी तस्वीरें भी सोशल मीडिया पर साझा कर रहे हैं।

असमवालों से इसलिए हाथ जोड़कर मांगी माफी
इससे पहले राहुल गांधी ने मंगलवार को एक वीडियो जारी किया था। इस वीडियो में उन्होंने असम के लोगों से हाथ जोड़कर माफी मांगी क्योंकि वह खराब मौसम की वजह से असम नहीं पहुंच सके। राहुल ने यह वीडियो अपने ट्विटर पर पोस्ट किया और लिखा, 'आज ख़राब मौसम की वजह से आप सब के बीच नहीं पहुंच पाया लेकिन मेरा और महाजोत का संदेश साफ है- असम को 5 गारंटी से उन्नति और समृद्धि की राह पर आगे बढ़ाएंगे। इस उद्देश्य के लिए आप महाजोत को भारी मतों का समर्थन दें।'

असम चुनाव में कांग्रेस ने दी है इनकी गारंटी
चुनाव में कांग्रेस ने नौकरी को मुद्दा बनाया है। अपने चुनावी घोषणापत्र में 2 लाख से ज्यादा सरकारी नौकरी देने का वादा किया है। नागरिकता संशोधन कानून यानी CAA को लागू ना करना। चाय बागानों के कर्मचारियों की दैनिक मजदूरी 365 रुपये देना। पांच लाख सरकारी नौकरियां और निजी क्षेत्र में 25 लाख जॉब क्रिएशन, 200 यूनिट तक मुफ्त बिजली, सभी महिलाओं के लिए 2000 रुपए तक का गृहणी सम्मान मानदेय पेंशन का वादा किया है।

दूसरे चरण की वोटिंग से एक दिन पहले मंदिर पहुंचे राहुल
असम की 126 सीटों पर विधानसभा चुनाव हो रहे हैं। तीन चरणों में हो रहे इन चुनावों में पहले चरण के लिए वोटिंग 27 मार्च को हो चुकी है। दूसरे चरण का मतदान एक अप्रैल और तीसरे चरण का मतदान छह अप्रैल को होना है। दूसरे चरण की वोटिंग एक एक दिन पहले कामाख्या देवी के दर्शन करके राहुल गांधी ने आशीर्वाद लिया और जीत की कामना की।

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