अब 300 नाइट्र्रोजन टैंकरों से होगी ‘संजीवनी’ की सप्लाई: सरकार
नई दिल्ली
कोरोना महामारी के चलते देश में ऑक्सीजन की बढ़ती मांग को देखते हुए सरकार ने नाइट्रोजन टैंकरों से ऑक्सीजन गैस की ढुलाई करने की मंजूरी दे दी है। इस फैसले से ऑक्सीजन गैस ढोने वाले टैंकरों का बेड़ा 500 से बढ़कर 800 से अधिक हो जाएगा। इससे अस्पतालों में ऑक्सीजन के अभाव में दम तोड़ते कोरोना मरीजों की जान बचाई जा सकेगी। हालांकि, जानकारों का कहना है कि हर दिन तेजी से बढ़ती ऑक्सीजन की मांग को देखते हुए ये उपाय नाकाफी हैं।
सड़क परिवहन क्षेत्र के जानकारों का कहना है कि देश में मांग के अनुसार ऑक्सीजन का उत्पादन पर्याप्त मात्रा में हो रहा है। लेकिन कोरोना की दूसरी लहर में पिछले कुछ दिनों में अचानक ऑक्सीजन की मांग कई गुना बढ़ गई है। जबकि ऑक्सीजन ढुलाई के लिए बने विशेष टैंकर, प्रशिक्षित ड्राइवर और उत्पादन-लॉजिस्टिक सीमित हैं।
उन्होंने बताया कि वर्तमान में देशभर में लगभग ऑक्सजीन ढुलाई के लिए 500 टैंकरों का बेड़ा है। सभी टैंकर देशभर में जरूरत के अनुसार ऑक्सीजन आपूर्ति में दिनरात लगे हैं फिर भी ऑक्सीजन के अभाव में हर रोज बड़ी संख्या कोरोना मरीज दम तोड़ रहे हैं।
इसको देखते हुए सरकार ने 22 अप्रैल को नाइट्रोजन टैंकरों से ऑक्सीजन ढुलाई करने की मंजूरी दे दी है, इनकी संख्या लगभग 300 है। नाइट्रोजन टैंकरों की सफाई, विस्फोटक प्रमाण पत्र, दो प्रशिक्षित ड्राइवर व एक मकैनिक आदि का प्रबंध किया जा रहा है। इसके बाद नाइट्रोजन टैंकरों से ऑक्सीजन गैस की ढुलाई का काम शुरू कर दिया जाएगा। इससे देश में 800 से अधिक टैंकर ऑक्सीजन की ढुलाई में लग जाएंगे। सरकार के इस फैसले से ऑक्सीजन के अभाव में दम तोड़ते मरीजों को बचाने में मदद मिलेगी।